कांग्रेस ने पीएम का फूंका पुतला

प्रभु की भक्ति से निकलता है मुक्ति का रास्ता : नरहरि दास जी महाराज बक्सर : गोवर्धन पूजा समिति द्वारा आयोजित पांच दिवसीय लीला क्रम में बुधवार को अयोध्या धाम से पधारे परम पूज्य संत अनंत श्री नरहरि दास जी महाराज ने कहा कि अवतार का मुख्य प्रयोजन है, संसार सागर में डूबते हुए जीवों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 3, 2016 5:59 AM

प्रभु की भक्ति से निकलता है मुक्ति का रास्ता : नरहरि दास जी महाराज

बक्सर : गोवर्धन पूजा समिति द्वारा आयोजित पांच दिवसीय लीला क्रम में बुधवार को अयोध्या धाम से पधारे परम पूज्य संत अनंत श्री नरहरि दास जी महाराज ने कहा कि अवतार का मुख्य प्रयोजन है, संसार सागर में डूबते हुए जीवों के उद्धार के लिए एक आधार प्रदान करना है़ उन्होंने कहा कि लक्ष्मी जी के मन में संदेह का बीज अंकुरित करवा कर अपने पार्षद जय विजय को ही सनाकदिक कुमारों द्वारा शापित करवाया, जो तीन जन्म तक हिरण्यकश्यप, रावण कुंभ और हिरणयाक्ष कराण तथा कंस, शिशु पाल बने और भगवान ने तीन बार अवतार लेकर उनका उद्धार कर लीला का विस्तार किया़
उन्होंने कहा कि जो बनाओ सो बन जायेगा, जहां भेजो वही जायेंगे़ किसी प्रेमी का प्रभु से जब अनोखा प्यार होता है, तभी अवतार लेने में प्रभु लाचार होता है़ उन्होंने कहा कि वे सीता जी के भाई के साथ-साथ भगवान की लीला के नित्य पार्षद है़ उनके धाम में अनुपस्थिति को सीताराम जी बरदाश्त नहीं कर सके और बहाना बना कर धाम में बुला लिया
और पूरी रात रामजन्म की लीला हुई़ इसमें मनु शतरूपा की तपस्या पुन दशरथ कौशल्या के रूप में जन्म लिया़ भगवान चार रूपों में प्रकट हुए. इस प्रकार राम, भरत लक्ष्मण और शत्रुघ्न शृंगी ऋषि द्वारा यज्ञ करवा कर पायस के माध्यम से जन्म हुआ़ मौके पर तूफानी, भिखारी, राजेश, गुड्डू, मनोज, मुकेश, देवमुनी, विक्की, विनोद, वकील, ओमजी, तुलसी अक्षय समेत कई लोग मौजूद थे़

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