बैंक ऋणधारकों को बीमा के कागजात नहीं देते

आप नेता ने वित्त मंत्रालय को भेजा ज्ञापन, की कार्रवाई की मांग डुमरांव : बैंक शाखाओं में छोटे व्यवसायी व किसान अपने कारोबार व खेती बारी को लेकर ऋण लेते हैं. ऋणी के कारोबार व खेती पर बैंक कंपनियों से बीमा कराते हैं. इसके एवज में ऋणी बीमा की प्रीमियम भरते हैं, लेकिन बैंक कर्जदारों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2016 4:48 AM

आप नेता ने वित्त मंत्रालय को भेजा ज्ञापन, की कार्रवाई की मांग

डुमरांव : बैंक शाखाओं में छोटे व्यवसायी व किसान अपने कारोबार व खेती बारी को लेकर ऋण लेते हैं. ऋणी के कारोबार व खेती पर बैंक कंपनियों से बीमा कराते हैं. इसके एवज में ऋणी बीमा की प्रीमियम भरते हैं, लेकिन बैंक कर्जदारों को बीमा के अभिलेख मोहैया नहीं कराती. इस स्थिति में ऋणी के कारोबार या किसानों की फसल चौपट होती है, तो बैंक हाथ खड़े कर देते हैं. इस मामले को लेकर आरटीआइ कार्यकर्ता सह आप के नेता ओमप्रकाश तिवारी ने भारत सरकार के वित्त मंत्रालय सहित बैंकों के आलाधिकारियों के यहां ज्ञापन भेज मामले की जांच कराने व दोसियों पर कार्रवाई करने की मांग की है़
गुरुवार को एक विज्ञप्ति जारी कर श्री तिवारी ने कहा कि इको बैंक की शाखा से ऋणी राम जी तिवारी ने लोन लेकर छोटा व्यवसाय किया था़ व्यवसाय को बैंक में बीमा कराया था़ जब ऋणकर्ता ने बैंक से बीमा के अभिलेखों की मांग की, तो शाखा द्वारा आनाकानी की जाने लगी़ इस स्थिति में व्यवसायी थक हार कर घर बैठ गया. आप नेता ने इस मामले को लेकर भारत सरकार, वित्त विभाग, रिर्जव बैंक सहित कई बैंक शाखाओं के महाप्रबंधक को पत्र भेज कार्रवाई की मांग की है.

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