बक्सर : फांसी के लिए मनीला रस्सी के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध बिहार की बक्सर जेल से मौत की सजायाफ्ता पांच खूंखार कैदी फरार हो गये हैं. घटना के बाद पूरे इलाके में हाइ अलर्ट जारी कर दिया गया है. पुलिस कैदियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. सबसे खास बात यह है कि भागने वाले कैदियों में मोतिहारी का एक दुर्दांत कैदी भी शामिल है, जिसे कोर्ट ने फांसी की सजा सुनायी है. सूत्रों की मानें, तो मोतिहारी के रहने वाले प्रदीप सिंह को कोर्ट से फांसी की सजा मिली हुई है. प्रदीप सिंह की फांसी की सजा को दया याचिका में तब्दील करने के लिए राष्ट्रपति से गुहार लगायी गयी है. बताया जा रहा है कि प्रदीप सिंह की दया याचिका राष्ट्रपति भवन में लंबित है. जिलाधिकारी रमन कुमार ने शनिवार को बताया कि कैदियों के जेल से फरार होने की घटना रात 12 बजे से तीन बजे के बीच हुई.
धोती की मदद से भागे कैदी
फरार पांचों कैदियों ने भागने के लिये जेल के अस्पताल वार्ड के शौचालय की खिड़की का बखूबी इस्तेमाल किया. उन्होंने एक रॉड से सबसे पहले खिड़की के शीशे को तोड़ा. कैदियों ने दीवार को फांदने के लिये धोती का इस्तेमाल किया. पहनी हुई धोतियों को एक दूसरे से जोड़कर उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन्होंने एक पाइप और छड़ के अलावा धोती का इस्तेमाल कर बाहर भाग गये. प्रशासन यह पता लगाने में जुटा है कि उन्हें पाइप कहां से मिला. गिरफ्तारी के लिये पुलिस सुबह से कई संभावित ठिकानों पर रेड कर रही है लेकिन उनकी सूचना अभी तक नहीं मिल पाई है. भागे हुए कैदियों की तलाश के लिये उत्तर प्रदेश की सीमा पर भी ध्यान दिया जा रहा है.
घने कोहरे की वजह से भागे कैदी
जिलाधिकारी ने बताया कि जहां से दीवार फांदकर कैदी फरार हुए हैं, वहां से लोहे की छड, पाइप और धोती मिली है. पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा ने कहा कि फरार हुए कैदियों में मोतिहारी का प्रदीप सिंह, छपरा का गिरिधर राय, आरा का सोनू पांडे और उपेंद्र साह, चारों उम्रकैद की सजा काट रहे थे, जबकि बक्सर के ब्रह्म्पुर निवासी सोनू सिंह को 10 साल की कैद की सजा मिली हुई थी. जिलाधिकारी ने कहा कि घटना की जांच करने के बाद घटना को लेकर लापरवाह जेल अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जायेगी. पुलिस अधीक्षक ने माना कि सुरक्षा में सेंध लगी है और कहा कि घने कोहरे की वजह से दोषियों को फरार होने में मदद मिली होगी.