बक्सर कारागार में पहले भी सुरक्षा में सेंध लगाकर फरार हो चुके हैं कैदी

फोन पर गवाह को धमकी दे चुका है फरार सोनू सिंह बक्सर. बक्सर सेंट्रल जेल में बंद सजायाफ्ता कैदी सोनू सिंह ने फोन से पहले गवाह को धमकी और उसके बाद साजिश कर जेल से फरार हो गया. गांव में ही आधा दर्जन संगीन मामले के अभियुक्त सोनू की धमकी के बाद ग्रामीण दहशत मे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 1, 2017 3:09 AM

फोन पर गवाह को धमकी दे चुका है फरार सोनू सिंह

बक्सर. बक्सर सेंट्रल जेल में बंद सजायाफ्ता कैदी सोनू सिंह ने फोन से पहले गवाह को धमकी और उसके बाद साजिश कर जेल से फरार हो गया. गांव में ही आधा दर्जन संगीन मामले के अभियुक्त सोनू की धमकी के बाद ग्रामीण दहशत मे है. जेल से फरार होने की सूचना मिलते ही ब्रह्मपुर थाना के पुलिस ने सोनू सिंह के गांव कांट में छापेमारी की. मिली जानकारी के अनुसार सोनू सिंह प्रतिदिन अपने गवाह देवव्रत सिंह को जेल से फोन कर जान से मारने की धमकी देता रहता था.
गवाह ने बताया कि दो दिन पहले ही सोनू ने जेल से फोन कर उसे जान से मारने की धमकी दी है. बता दे कि सोनू पर सरकार की तरफ से पचास हजार रुपये का इनाम रखा था. उसके बाद एसटीएफ की टीम ने सोनू को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था. ब्रह्मपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि सोनू सिंह फोन से धमकी देने का मामला सुना है लेकिन गवाह ने इसकी लिखित शिकायत नहीं की है. मामले की जांच की जा रही है.
जेल ब्रेक एक नजर में
शनिवार की रात 12 बजे से 3 बजे के बीच की घटना
1 घंटे बाद कारा प्रशासन को चला पता
4:30 मिनट पर जेल पहुंचे एसडीओ
4:35 मिनट पर पहुंचे डीएम,एसपी
4:40 मिनट पर गंगा किनारे हुई छापेमारी
5:00 बजे से छापेमारी जारी
5:02 मिनट पर पुलिस छावनी में तब्दील इलाका
5:06 मिनट पर सभी अधिकारी पहुंचे मंडल कारा
शनिवार को केंद्रीय कारा से कैदी फरार होने के बाद उपस्थित सुरक्षा कर्मी. घटना के बाद केंद्रीय कारा में जांच के बाद बाहर आते डीआइजी.
जेल कर्मियों की मिलीभगत से इनकार नहीं : जेल निदेशक
गृह कारा विभाग के संयुक्त निदेशक राजीव वर्मा ने बताया कि इस घटना में प्रथम दृष्टया मामला सुरक्षा में लापरवाही बरतने का प्रतीत होता है. जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए दो कक्षपाल रामेश्वर पासवान, राजकुमार दास और एक जमादार कामेश्वर राम को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. उन्होंने कहा कि लू फाल्स वाली जगह को चिन्हित किया गया है. इसके साथ ही वहां चौकसी और कड़ी कर दी गयी है. उन्होंने कहा कि जेल कर्मियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता है. अगर किसी भी कर्मी की मिलीभगत अगर सामने आती है तो उन पर एफआइआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. इसके लिए भी एक जांच कमेटी का गठन किया गया है. निदेशक ने घंटों डीएम और एसपी तथा जेल उपाधीक्षक के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने सभी बिंदुओं पर गहनता से विचार विमर्श किया.
यूपी से लेकर पूर्वी चंपारण तक पुलिस का पड़ा छापा
इस घटना के बाद पुलिस ने सभी सीमावर्ती इलाकों को सील कर चौकसी बढ़ा दी है. यूपी से लेकर पूर्वी चंपारण तक फरार चल रहे बंदियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है. इस संबंध में एसपी ने बताया कि जल्द ही फरार हुए बंदियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. इसके साथ ही बक्सर पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. छापेमारी के लिए अलग-अलग टीम का गठन हुआ है जो यूपी से लेकर पूर्वी चंपारण तक छापेमारी कर रही है.

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