रामरेखाघाट हुआ खतरनाक
अनदेखी. पानी में अंदर की ओर झुक गयी हैं सीढ़ियां, अनहोनी की आशंका 2012 में बना था घाट 1 करोड़ रुपये की आयी थी लागत बक्सर : रामरेखाघाट पर स्नान व अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए आनेवाली भीड़ को देखते हुए पुराने घाट से पश्चिम एक नये बड़े घाट का निर्माण किया गया है. नये […]
अनदेखी. पानी में अंदर की ओर झुक गयी हैं सीढ़ियां, अनहोनी की आशंका
2012
में बना था घाट
1 करोड़
रुपये की आयी थी लागत
बक्सर : रामरेखाघाट पर स्नान व अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए आनेवाली भीड़ को देखते हुए पुराने घाट से पश्चिम एक नये बड़े घाट का निर्माण किया गया है. नये घाट का निर्माण नगर पर्षद द्वारा 2012 में एक करोड़ रुपये की लागत से कराया गया था. महज पांच साल में ही बना नया घाट अपने आधार से खिसक गया है और जर्जर स्थिति में पहुंच गया है. इसके कारण पानी में डूबा घाट अंदर की तरफ लटक गया है, जिससे श्रद्धालुओं को स्नान करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. स्नान के दौरान घाट काफी दलकता है. श्रद्धालुओं में स्नान को लेकर भय व्याप्त है.
धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी बक्सर के रामरेखा घाट को आधुनिक बनाने की प्रक्रिया लगातार जारी है. मानकों पर काम नहीं होने कारण घाट के अंदर भरे गये बालू गंगा के धारा में बह गये हैं, जिसके कारण घाट अपने वास्तविक आधार से आगे की झुक गया है.
2012 में बना था नया घाट : धार्मिक, पुरातन व अध्यात्मिक नगरी में रामरेखाघाट पर होने आयोजनों को देखते हुए घाट का विकास प्रशासनिक स्तर पर किया गया है, जिसके तहत रामरेखाघाट पर एक करोड़ की राशि से 2012 में एक बड़े घाट का निर्माण किया गया था. लेकिन, यह महज पांच साल में ही खराब हो गया है. गंगा की धारा की वजह से मानकों पर निर्माण नहीं होने के कारण घाट के नीचे से बालू बह गया है. इसके साथ ही घाट के लिए प्रयोग किये गये कंक्रीट बहकर केवल छरिया बच गया था, जिसे प्रशासन द्वारा बालू के बोरे भरकर ठीक कराया गया.
एक करोड़ की राशि से बना था घाट : रामरेखाघाट पर श्रद्धालुओं की बेहतर सुविधा के लिए एक करोड़ की लागत से बड़े आकार का घाट बनाया गया, जहां हजारों श्रद्धालु एक साथ गंगा में डुबकी लगा सकते हैं, लेकिन घाट के खतरनाक हो जाने की वजह से श्रद्धालुओं में स्नान को लेकर काफी डर बना रहता है.
कभी भी ढह सकता है घाट :रामरेखाघाट पर हर माह धार्मिक तिथियों को स्नान के लिए हजारों व लाखों में भीड़ जुटती है. इतनी बड़ी भीड़ की वजह से पानी में आगे की ओर झुकी सीढ़ी कभी भी गिर सकती है और यहां एक बड़ा हादसा हो सकता है.
27 जनवरी को होगी लाखों की भीड़ : मौनी आमावस्या पर बक्सर में लाखों की भीड़ लगती है. 27 जनवरी को मौनी आमावस्या के अवसर पर पांच राज्यों से लाखों लोग रामरेखाघाट पर स्नान के लिए आयेंगे. ऐसे लोगों को घाटों की वास्तविक स्थिति की जानकारी नहीं होने के कारण समस्या हो सकती है.
हमलोग आगाह करते हैं
हमलोगों द्वारा श्रद्धालुओं को जर्जर घाट के बारे में हमेशा आगाह किया जाता है, जिससे की किसी अनहोनी से बचा जा सके. नया बना घाट काफी खराब हो गया है. इसकी शिकायत अधिकारियों से की गयी है. कुछ ही दिनों बाद आमावस्या पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगेगी.
लाला बाबा, रामरेखाघाट के पंडा
दलदल बन गया
नया बना घाट आगे की ओर झुक गया है. साथ ही स्नान करने के लिए पानी में जाने पर सीढ़ी अंदर से खोखला होने की वजह से दलदला बन गया है. कभी भी पानी के अंदर बनी सीढ़ी दब सकती है और हादसा हो सकता है.
द्वाराधीश, पांडेयपट्टी निवासी
घाट का होगा मुआयना
शिकायत मिली थी, तो घाट के नीचे बालू की भराई की गयी थी. इसकी मुआयना जिलाधिकारी द्वारा भी किया गया था. इस समस्या की जांच कर शीघ्र ही आवश्यकतानुसार कार्य कराया जायेगा.
गौतम कुमार, अनुमंडलाधिकारी