ग्रामीण स्वयं बनाने लगे हैं चेक डैम का नक्शा
ग्रामीण विकास विभाग ने नक्शे को किया मंजूर एकसारा पंचायत के लोगों की अनोखी पहल चेक डैम बनने से दस गांवों का होगा पटवन बिहारशरीफ : यह नालंदा है. यहां के खास से लेकर आम तक में ज्यादा अंतर नहीं है. कल तक जो काम इंजीनियर करते थे, यहां के ग्रामीण करने लगे हैं. खास […]
ग्रामीण विकास विभाग ने नक्शे को किया मंजूर
एकसारा पंचायत के लोगों की अनोखी पहल
चेक डैम बनने से दस गांवों का होगा पटवन
बिहारशरीफ : यह नालंदा है. यहां के खास से लेकर आम तक में ज्यादा अंतर नहीं है. कल तक जो काम इंजीनियर करते थे, यहां के ग्रामीण करने लगे हैं. खास बात तो यह है कि ग्रामीणों द्वारा बनाये जा रहे नक्शे को अफसर भी मंजूर कर रहे हैं. इतना ही ग्रामीणों की पहल को आगे बढ़कर उनका स्वागत कर रहे हैं. गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित डीडीसी के चैंबर में धोती कुरता पहने कुछ ग्रामीण बैठे. कपड़े में चमक भले ही न हो लेकिन जिस उत्साह से लाये थे लोगों के चेहरे चमक रहे थे.
ये आम लोग थे जिले के बेन प्रखंड के एकसारा पंचायत के ग्रामीण. ग्रामीणों की सोच का स्वागत करते हुए उन्होंने बताया कि एकसारा पंचायत के कलालीपर के खंधे में चेक डैम बनाये जाने का प्रस्ताव लेकर आये हैं. यहां पर चेक डैम बनने से इस क्षेत्र के दस गांवों की पटवन होगी. 22 बीघे खेतों को पानी मिलने लगेगा. ग्रामीणों के द्वारा चेक डैम का नक्शा भी बनाकर लाया गया है. नक्शे में दर्शाया गया है कि किस स्थल पर चेक डैम बनने से सभी 22 बीघे खेतों तक पानी पहुंच सकता है. ग्रामीणों के द्वारा बनाये गये नक्शे को ही मंजूर कर लिया गया है. जल्द ही मनरेगा के इंजीनियरों को लगाकर ले आउट करके काम की शुरूआत कर दी जायेगी.
किसानों की जुबानी, पानी की कहानी:
ग्रामीण बिहारी शरण प्रसाद जिनकी उम्र 70 वर्ष की है. वे बताते है इस क्षेत्र में पानी के हाहाकार मचा रहता है. पैमार नदी में ज्यादा पानी आने से फसल बह जाती है. वहीं कम पानी पर सुखाड़ के सामना करने की विवशता है. ऐसा चंदा करके नहर पर बांध बनाकर पानी को रोकने का प्रयास किये जाने की मजबूरी है. बांध कमजोर होने से बह भी जाया करता है. ऐसी चंदा के रुपये भी बर्बाद हो जाया करता है.
ग्रामीण ओमप्रकाश सिंह,अरविंद पटेल, प्रखंड बीस सुत्री अध्यक्ष, मुन्ना प्रसाद मुखिया पति शैलेश कुमार उपसपंच, कृष्ण प्रसाद सिंह ग्रामीण बताते हैं. बेन जाने के क्रम में मकनपुर के पास बनाये गये चेक डैम को पानी से लबालब भरा देखे तो इसके बाद गांव में इस पर चर्चा की गयी.
इसके बाद गांव का नक्शा और चेक डैम बनाने का नक्शा तैयार किया गया. इसी बीच मानव शृंखला के क्रम में जब डीडीसी कुंदन कुमार से भेंट हुई तो उनसे चर्चा किये. उन्होंने कार्यालय आने को कहा.
लोगों ने बताया कि डीडीसी ने चैक डैम बनाने की मंजूरी प्रदान कर दिया है. जब कुछ बेहतर सोच हो तो उसकी दाद देनी चाहिए. एकसारा के ग्रामीणों की सोच बेहतर. इससे पहले नोहसा के ग्रामीण भी चेक डैम बनाने जाने की नक्शा लेकर आये थे. दोनों पंचायत में चेके डैम बनाये जाने की मंजूरी दी गयी है. इसी प्रकार चेक डैम फेज टू पर भी काम शुरू दिया गया है. जल संचय के लिए जिले में जल खेती की जरूरत है. जल संकट को दूर करने के लिए चेक डैम, आहर पइन की उडाही, करने से लेकर जल संचय के सभी उपाय पर काम करना जरूरी है. कुंदन कुमार,डीडीसी, नालंदा .