ट्रेन के बीचो बीच हुआ था धमाका

बम विस्फोट . कई बिंदुओं पर जांच में जुटी पुलिस, विस्फोट के कारणों का पता नहीं बक्सर : दानापुर-मुगलसराय रेलखंड के बक्सर से पूरब नदांव हाॅल्ट के बाद जासो गांव के पास सोमवार की दोपहर रेल पटरी पर तेज धमाका कई बिंदुओं पर सुरक्षा के मामले में चूक की गवाही दे रहा है. गनीमत रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2017 3:54 AM

बम विस्फोट . कई बिंदुओं पर जांच में जुटी पुलिस, विस्फोट के कारणों का पता नहीं

बक्सर : दानापुर-मुगलसराय रेलखंड के बक्सर से पूरब नदांव हाॅल्ट के बाद जासो गांव के पास सोमवार की दोपहर रेल पटरी पर तेज धमाका कई बिंदुओं पर सुरक्षा के मामले में चूक की गवाही दे रहा है.
गनीमत रही कि इस हादसे में ट्रेन सहित यात्री बाल-बाल बच गये, लेकिन जिले में जिस तरह से नक्सली गतिविधियां बढ़ी हैं, उससे प्रशासनिक अधिकारियों के होश उड़ गये हैं. रेल पुलिस से लेकर स्थानीय प्रशासन की शिथिलता एक बार फिर से उजागर हुई है. घटना के वक्त जासो व नदांव गांव के लोग आसपास के खेतों में काम कर रहे थे. घटना की सूचना पाकर मौके पर जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी पहुंच गये, लेकिन करीब दो घंटे के बाद भी मौके पर रेलवे का कोई बड़ा अधिकारी नहीं पहुंच सका था. बताया जाता है कि वाराणसी से चल कर पटना को जानेवाली डाउन अपर इंडिया दोपहर में करीब 11 बजकर 52 मिनट पर जासो गांव के सामने से होकर गुजर रही थी. उसी समय विस्फोट को अंजाम दिया गया.
तो क्या बम लेकर ट्रेन में सफर कर रहा था संदिग्ध! : प्रत्यक्षदर्शी छोटे सिंह, धीरेंद्र यादव व अन्य ने बताया कि विस्फोट के दौरान वे पास के खेतों में काम कर रहे थे. उन्होंने देखा कि विस्फोट के बाद ट्रेन की बोगियों में धुंआ भर गया था. इसी बीच एक आदमी ट्रेन से उतर कर गांव की ओर भागा.
हालांकि डर से उसे पकड़ने की हिम्मत किसी में नहीं हुई. इधर, घटना की जांच को आये आरपीएफ कमांडेंट चंद्रमोहन मिश्रा ने बताया कि धमाका पटरी के ठीक सटे हुआ है, जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अपराधी ट्रेन में ही बम के साथ सफर कर रहा था. जो किसी कारणवश उसके हाथ से छूट कर गिर गया होगा.
धमाके के वक्त निरीक्षण कर रहे थे रेल पुल का इंजीनियर : धमाके के वक्त घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर रेल पुल का निरीक्षण कर रहे सहायक मंडल अभियंता शशि कुमार ने बताया कि हादसे के दौरान वाराणसी-सियालदह एक्सप्रेस के इंजन सहित करीब पांच-सात डिब्बे आगे की ओर गुजर चुके थे, तभी ट्रेन की बोगी के नीचे तेज धमाका हुआ. धमाके की आवाज सुन कर बोगियों में सवार यात्री चिल्ला उठे तथा अफरातफरी के बीच यात्री ट्रेन से छलांग लगाने लगे. यात्रियों को इस तरह कूदते देख उन्होंने आगे निकल रही ट्रेन को लाल झंडी दिखाकर रोक दिया.
विस्फोट में किया है सल्फर का इस्तेमाल : घटनास्थल पर डाउन लाइन की पटरी करीब दो फुट की दूरी तक पीली हो गयी है. धमाके के बाद धुएं के गुबार को उठता देख आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना जीआरपी बक्सर को दी. कुछ ही देर में जीआरपी और आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंच गयी.
घटनास्थल पर बारूद की गंध आ रही थी. लोगों का कहना था कि धमाके के पीछे बड़ी साजिश हो सकती है. वहीं, घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों ने मामले की जानकारी वरीय अधिकारियों को दी. सूचना पाकर घटना स्थल पर बक्सर एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा, रेल एसपी जितेंद्र मिश्रा व आरपीएफ कमांडेंट चंद्रमोहन मिश्रा पहुंचे. कमांडेंट ने कहा कि देखने से ऐसा मालूम होता है कि विस्फोट में सल्फर का इस्तेमाल किया गया है.
जोरदार धामाके के साथ ही बोगी में भर गया धुंआ : नदांव हाॅल्ट के पास रेलवे ट्रैक पर विस्फोट के बाद आसपास के इलाके के लोग भी सकते में आ गये.
करीब दो फुट में हल्का पीले रंग का रसायनिक पदार्थ लगा है. पास में एक लाल गमछा भी पड़ा हुआ मिला, जिसे जांच में जुटे अधिकारियों ने द्वारा जब्त किया. गमछा घटनास्थल से चार फुट की दूरी पर पड़ा था.
पुल का निरीक्षण करने गये अभियंता ने रोकी ट्रेन : हादसे के वक्त घटनास्थल से महज 400 मीटर की दूरी पर 335 नंबर रेल पुल को बंद कराने के उद्देश्य से सहायक मंडल अभियंता व कर्मचारी मार्किंग कर रहे थे. विस्फोट के बाद उठे धुंए को देख मंडल अभियंता शशि कुमार ने लाल झंडी दिखा कर ट्रेन को रोक दिया. इसके बाद उन्होंने दानापुर रेलमंडल के कंट्रोल रूम को सूचना दी.
गाड़ी रोकने के बाद विस्फोट की जगह का मुआयना किया. किसी भी तरह की क्षति नहीं होने पर कंट्रोल रूम के निर्देश पर गाड़ी की स्पीड को कम कर 30 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से आगे बढ़ाया गया. इस क्रम में घटना स्थल पर करीब आधा घंटा तक ट्रेन रुकी रही. इस दौरान जोगबनी एक्सप्रेस को बक्सर, इंदौर-पटना ट्रेन को डुमरांव स्टेशन पर रोका गया था.
आखिर कहां गया ट्रेन से भागा संदिग्ध
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें, तो विस्फोट के बाद एक 25-26 वर्ष का युवक ट्रेन से उतरकर जासो गांव की ओर भाग रहा था. उसने भूरे रंग की हाफ जैकेट पहन रखी थी.
उसके पीठ पर एक काला बैग व हाथों में उजला झोला भी देखा गया. ग्रामीणों की मानें, तो संदिग्ध के पास और भी बम होने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता है. इस बात की पुष्टि रेल एसपी जितेंद्र मिश्रा ने की. उन्होंने कहा कि ट्रेन को डुमरांव में रोककर तलाशी भी ली गयी. ट्रेन में भी हल्के पीले रंग के रासायनिक पदार्थ लगे हैं. संदिग्ध के भागनेवाले दिशा में छापेमारी की जा रही है.

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