मंगलेश तिवारी
बक्सर. बक्सर के पूरब नदांव हॉल्ट के पास बीते 6 फरवरी को रेल ट्रैक उड़ा कर बड़ी घटना को अंजाम देने के कोशिश आतंकवादी शक्तियों ने की थी. ट्रैक धमाके में अपर इंडिया एक्सप्रेस बाल-बाल बची थी. इसके जांच के लिए गठित टीम मामले के खुलासा करने के बेहद करीब है. जांच दल में भारतीय रेल की सुरक्षा टीम और बिहार पुलिस की विशेष टीम के सदस्यों को मिलाकर संयुक्त टीम काम कर रही है. जांच टीम ने बक्सर में डेरा डाल कर जांच अभियान तेज कर दिया है. सूत्रों की माने तो अबतक टीम के जांच रिपोर्ट के मुताबिक बक्सर से अपर इंडिया ट्रेन गुजरने की जानकारी के समय ही रेल ट्रैक पर बम प्लांट किया गया था. बम प्लांट करने वाले संदिग्ध का फाइनल स्केच एसआइटी ने बना लिया है. हालांकि इसे फिलहाल गुपचुप तरीके से शिनाख्त कराने जुटी हुई है.
रडार पर 18 मोबाइल धारक
सूत्रों के मुताबिक बम प्लांट ट्रैक पर दिन के 11.30 मिनट से 11.50 मिनट के बीच किया गया था. जबकि ट्रेन 11.57 मिनट पर धमाका स्थल से गुजरने का अनुमान जांच टीम ने लगाया है. जांच टीम ने घटना के दौरान घटनास्थल के आस पास के निर्धारित समयावधि में जितनी मोबाइल कार्यरत थे. सब को रडार पर लिया है. जिसमें करीब 18 मोबाइल नंबरों को चिन्हित कर खास रडार पर ले लिया गया है. बिहार एटीएस और एसआइटी की टीम चिन्हित लोगों को भी अपने रडार पर ले कर पूछताछ कर रही है. सूत्रो के मुताबिक एसआईटी की टीम को कुछ प्रत्यक्षदर्शी लोगों के पुख्ता सबुत हाथ लगे हैं. उसके आधार पर कई स्केच बनाये गए हैं.
तीन संदिग्धों की तलाश
जांच टीम ने अबतक जो तथ्य जुटाए हैं उसके अनुसार अबतक तीन संदिग्ध लोगों द्वारा बम प्लांट करने में शामिल होने का शक है. सभी के स्केच निकाले गए हैं. जिसमे एक स्केच के पहचान के बाद एसआईटी धमाकों के आरोपी की तलाश में जुट गई है. सूत्रों के मुताबिक रेल ट्रैक धमाके के समय तीन लोगो को घटनास्थल पर देखा गया. उनमें एक स्केच की पहचान भी हुई हैं. उसके आधार पर आसपास के गांव और बक्सर शहर के प्राइवेट किराया मकान, होटलों और धर्मशाला पर घटना के दिन से पूर्व आने-जाने और ठहरने वालों का रिकॉर्ड भी जांच टीम खंगाल रही है. जांच एजेंसी के अधिकारियों का मानना हैं की जारी स्केच के संदिग्ध पड़ोसी जिले या राज्य से बाहर के भी हो सकते हैं.