LIVE VIDEO : पहले शराब पीकर सरकारी कर्मचारियों ने बीजेपी नेताओं को बंधक बनाकर पीटा, उसके बाद…
मंगलेश तिवारी बक्सर: बिजली विभाग के अधिकारियों ने भाजपा जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह और उनके समर्थकों को बंधक बनाकर पिटाई की. जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो उठे और भाजपा नेता के समर्थन में कूद पड़े. पूरा विद्युत कार्यालय रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. […]
मंगलेश तिवारी
बक्सर: बिजली विभाग के अधिकारियों ने भाजपा जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह और उनके समर्थकों को बंधक बनाकर पिटाई की. जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो उठे और भाजपा नेता के समर्थन में कूद पड़े. पूरा विद्युत कार्यालय रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. भाजपा समर्थकों के हाथ में जो मिला उसी से कर्मचारियों की पिटाई करनी शुरू कर दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस के सामने भी समर्थकों ने कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. घटना की पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी है.
दोनों तरफ से मामला दर्ज
जानकारी के मुताबिक दोनों तरफ से प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है. जिसमें 20 लोगों को नामजद करते हुए 100 अज्ञात लोगों पर भी एफआइआर दर्ज करायी गयी है. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि डीएम आवास भी कार्यालय से 10 कदम की दूरी पर स्थित है. इतना बड़ा बवाल होते रहा और पुलिस मौके वारदात पर आधे घंटे बाद पहुंची. पुलिस पहुंची भी तो निहत्थे और सिविल ड्रेस में. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. अपने नेता की पिटाई से आक्रोशित समर्थक वाहनों में भी तोड़फोड़ करते हुए बक्सर-चौसा पथ को जाम कर यातायात को बाधित कर दिया.
बिजली विभाग में अपनी मांगों को लेकर पहुंचे थे नेता
मिली जानकारी के अनुसार चिलहरी गांव में ट्रांसफॉर्मर खराब पड़ा हुआ था. जिसकी शिकायत लेकर भाजपा नेता राणा प्रताप सिंह और अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष आदित्य चौधरी व एबीवीपी के छात्र नेता रामजी सिंह कार्यालय गये हुए थे. जहां किसी बात को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बहस हो गयी. जिसके बाद अधिकारियों ने तीनों को बंधक बनाकर पिटाई करनी शुरू कर दी. जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गये.
स्थानीय लोग आक्रोशित
इस घटना की सूचना मिलते ही लोग आक्रोशित हो उठे और एक साथ विद्युत कार्यालय में धावा बोलकर कर्मचारियों की पिटाई करनी शुरू कर दी. लोगों के गुस्से को देखते हुए जान बचाने के लिए विद्युत कर्मचारी इधर से उधर भागने लगे. जिससे पूरा परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. मामला तूल पकड़ते देख स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस के वरीय अधिकारियों को दी. पुलिस भी उन लोगों के सामने बौना साबित हो रही थी.
गेट तोड़कर अंदर घुसे कार्यकर्ता
मारपीट की घटना को अंजाम दे रहे बिजली विभाग के कर्मियों ने गेट को चारो तरफ से बंद कर दिया था ताकि कोई भी अंदर नहीं आ सके. इस कारण पुलिस को भी अंदर गेट फांद कर आना पड़ा. वहीं कार्यकर्ता भी गेट फांद कर ही विद्युत कार्यालय में प्रवेश किये. जब सैकड़ों की संख्या में लोग अंदर पहुंचने लगे तो उन लोगों ने विद्युत कार्यालय में लगे गेट को भी तोड़ डाला.
एसडीओ और डीएसपी पर भी लोगों का फूटा गुस्सा
घटना के आधे घंटे के बाद पुलिस पहुंची वो भी सिविल ड्रेस में. जिस कारण बवाल और थमने की बजाय बढ़ता गया. पुलिस बचाने के लिए इधर से उधर दौड़ती रही और समर्थक कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटते रहे. काफी देर बाद जब एसडीओ गौतम कुमार और डीएसपी शैशव यादव घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें भी लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. काफी समझाने बुझाने के बाद मामला शांत हुआ. कई कर्मचारी डर के मारे टेबल और कुर्सी के नीचे छिपे हुए नजर आये.
भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा नशे में धुत्त थे अधिकारी
भाजपा जिलाध्यक्ष विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता और एसडीओ तथा कर्मचारियों पर नशे में धुत्त होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया था. जिसमें अधिकारियों व कर्मचारियों ने शराब भी पी रखी थी. उन्होंने इसकी भी जांच कराने की मांग की है.
विद्युत कार्यालय पर किया पथराव
आक्रोशित लोग यही नहीं माने बाहर से विद्युत कार्यालय पर पथराव करना भी शुरू कर दिया. जिससे आसपास के लोग भी सकते में आ गये. कई वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं कार्यालय में लगे टेबल और मेज को भी तोड़ डाला.
साहब हमरा के बख्श दी, हम न रहीं
आक्रोशित लोगों का कोपभाजन सभी कर्मचारियों को भी होना पड़ा. जिस समर्थक के हाथ में जो मिला उसी से कर्मचारियों की पिटाई करनी शुरू कर दी. एक कर्मचारी ने हाथ जोड़ते हुए यहां तक कह डाला कि साहब हमरा के छोड़ दीं हम ये झगड़ा में न रहीं. इसके बाद भी उसको पीटा गया. पिटाई के डर से कई कर्मियों ने आसपास के घरों में भाग कर शरण ली.
हम कर्मी न हई, हलवाई हईं
विद्युत कार्यालय दो घंटे तक रणक्षेत्र में तब्दील रहा. कर्मी बचने के लिए तरह-तरह की आक्रोशित भीड़ से प्रार्थना कर रहे थे. लेकिन भीड़ इतनी गुस्सायी थी कि हरहाल में उन्हें छोड़ना नहीं चाहती थी. पिटाई के डर से एक कर्मचारी ने मिठाई की दुकान में शरण लेते हुए कहा कि हम हलवाई हईं.
किसी हाल में भी नहीं बख्शे जायेंगे दोषी
पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा ने कहा कि दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. किसी भी हाल में दोषी को बख्शा नहीं जायेगा. उन्होंने कहा कि कानून को अपने हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है. वहीं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.