शिक्षकों ने नगर थाने को घेरा

आक्रोश. साथी की गिरफ्तारी पर भड़के शिक्षक, थाने पर किया हंगामा एसडीओ और एएसपी से वार्ता के बाद रिहा हुए गिरफ्तार शिक्षक बक्सर : मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार कर रहे दो शिक्षक साथियों की गिरफ्तारी के बाद शिक्षकों का गुस्सा फूट पड़ा. सोमवार को गिरफ्तार शिक्षकों को छोड़ने की मांग को लेकर नगर थाने का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2017 5:26 AM

आक्रोश. साथी की गिरफ्तारी पर भड़के शिक्षक, थाने पर किया हंगामा

एसडीओ और एएसपी से वार्ता के बाद रिहा हुए गिरफ्तार शिक्षक
बक्सर : मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार कर रहे दो शिक्षक साथियों की गिरफ्तारी के बाद शिक्षकों का गुस्सा फूट पड़ा. सोमवार को गिरफ्तार शिक्षकों को छोड़ने की मांग को लेकर नगर थाने का घेराव किया. इस दौरान शिक्षकों ने नगर थाने में जम कर नारेबाजी भी की. तीन घंटे तक चले इस हाइप्रोफाइल ड्रामे में एसडीओ और एएसपी को हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद न्यायिक प्रक्रिया के तहत गिरफ्तार सुदर्शन सिंह और ब्रजेश राय को थाने स्तर से जमानत देकर रिहा किया गया.
इस दौरान काफी संख्या में शिक्षक थाने में मौजूद थे. थाने में हंगामा करने और नारेबाजी के मामले में शिक्षकों पर गाज भी गिर सकती है. विदित हो कि रविवार को मूल्यांकन का कार्य किये जाने पर शिक्षकों ने ब्रह्मेश्वर मिश्र समेत कई लोगों पर स्याही फेंक दी थी. इसे लेकर नगर थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी,
जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुदर्शन सिंह और ब्रजेश राय को गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही जिले भर के शिक्षक आक्रोशित हो उठे और सोमवार को नगर थाने का घेराव कर दिये. वहीं, एमपी हाइस्कूल के समक्ष शिक्षकों ने रोषपूर्ण प्रदर्शन किया.
मांग पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा आंदोलन : समान काम का समान वेतन सहित अपनी कई मांगों को लेकर शिक्षक बीते कई दिनों से हड़ताल पर हैं. इससे मूल्यांकन कार्य पूरी तरह से बाधित हो गया है. मूल्यांकन कार्य बाधित न हो इसके लिए शिक्षा विभाग ने छात्रों के भविष्य को देखते हुए शिक्षकों से मूल्यांकन का कार्य करा रही थी,
जिसके बाद विरोध कर रहे शिक्षकों का गुस्सा सातवें आसमान पर आ गया. शिक्षकों ने मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों का विरोध करना शुरू कर दिया. शिक्षकों ने कहा कि सरकार डंडा के बल पर उनकी आवाज को दबाना चाहती है. लोकतंत्र में सभी को हक मांगने का अधिकार है. जब तक सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश समान काम के लिए समान वेतन की मांग को लागू नहीं करती है, तबतक आंदोलन चलता रहेगा.
इन लोगों पर हुई थी प्राथमिकी
बीबी उच्च विद्यालय में मूल्यांकन का कार्य कर रहे शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार करने एवं मुंह तथा शरीर पर स्याही फेंकने को लेकर तीन शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी, जिसमें सुदर्शन सिंह, ब्रजेश राय, और दीनदयाल मिश्र शामिल हैं.

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