बक्सर : बिहार के बक्सर जिले में निगरानी विभाग ने छापेमारी कर शिक्षा विभाग के अधिकारी, डीपीओ स्थापना, विनायक पांडेय को 15 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, विनायक पांडेय एक सेवानिवृत शिक्षक से फाइल आगे बढ़ाने के लिए 15 हजार रुपये घूस ले रहे थे. रिटायर्ड शिक्षक ने इसकी शिकायत निगरानी विभाग से की थी. विभाग ने इस मामले की पहले जांच की और मामला पुष्ट होते ही विनायक पांडेय की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया. बुधवार को विनायक पांडेय चीनी मिल स्थित अपने आवास पर शिक्षक से रिश्वत के रूप में पैसे ले रहे थे, उसी वक्त निगरानी टीम ने उन्हें धर दबोचा.
पंद्रह हजार ले रहे थे रिश्वत
सूत्रों की मानें तो, पहले भी विनायक पांडेय की शिकायत कई शिक्षकों ने की थी. बक्सर स्थित उनके कार्यालय में शिक्षकों की फाइल आगे बढ़ाने और संविदा शिक्षकों के वेतन और हाजिरी को सही समय से बैंक तक भेजने के लिये भी पैसे की वसूली की जाती थी. बताया जा रहा है कि जिस स्कूल और शिक्षकों द्वारा चढ़ावा समय पर दे दिया जाता था, उनके फाइल के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाती थी. दबी जुबान में शिक्षकों ने मीडिया को बताया कि बिना रिश्वत लिए विनायक पांडेय पानी तक पीना पसंद नहीं करते थे. निगरानी विभाग की टीम विनायक पांडेय से बक्सर सर्किट हाउस में पूछताछ कर रही है. वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग के स्थापना कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है.
निगरानी विभाग ने की कार्रवाई
निगरानी विभाग के दो डीएसपी मो. जमरुद्दीन व अरुण कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई हुई है. बताया जा रहा है कि सेवानिवृत शिक्षक अक्षयवर नाथ पांडेय जनवरी 2014 को सेवानिवृत हो गये थे. वह राजपुर थाना के जमुनी डेहरा के निवासी हैं. उन्होंने निगरानी को बताया कि सेवा लाभ से जुड़ी संचिका पर हस्ताक्षर के बदले उनसे विनायक पांडेय ने यह राशि मांगी थी.