पटना-पुणे स्पेशल ट्रेन में आठ बार हुई चेनपुलिंग
पटना से बक्सर आने में लग गये चार घंटे, यात्री रहे परेशान बक्सर : रेलवे का स्लोगन ‘हमारा लक्ष्य संरक्षा, सुरक्षा एवं समय पालन’ की पंक्तियां बक्सर रेलवे स्टेशन के दीवारों की शोभा जरूर बढ़ा रहा है, लेकिन ट्रेनों की सुरक्षा में लगाये अधिकारी इस स्लोगन को हकीकत में बदलने के लिए कोई कवायद करते […]
पटना से बक्सर आने में लग गये चार घंटे, यात्री रहे परेशान
बक्सर : रेलवे का स्लोगन ‘हमारा लक्ष्य संरक्षा, सुरक्षा एवं समय पालन’ की पंक्तियां बक्सर रेलवे स्टेशन के दीवारों की शोभा जरूर बढ़ा रहा है, लेकिन ट्रेनों की सुरक्षा में लगाये अधिकारी इस स्लोगन को हकीकत में बदलने के लिए कोई कवायद करते नहीं दिखते. मामला रविवार सुबह का है, जब पटना से खुलकर पुणे को जानेवाली पटना-पुणे स्पेशल ट्रेन को पटना से बक्सर आने में चार घंटे का समय लग गया. जबकि यह गाड़ी पटना जंक्शन से अपने निर्धारित समय छह बजे खुली थी.
ट्रेन को बक्सर आठ बज कर सात मिनट पर पहुंचना था, लेकिन ट्रेन पर लफुओं का कब्जा सा रहा. आरा से बक्सर तक आने में ट्रेन का कोई स्टॉपेज नहीं होने के बावजूद चेनपुलिंग कर आठ बार रोक दिया गया. बेबस ड्राइवर व गार्ड हॉर्न बजाते रहते. लाचार यात्री प्रशासन को कोसते रहे, लेकिन लफुओं ने किसी की एक नहीं सुनी. ट्रेन को सर्वोदय हॉल्ट, बिहियां पूर्वी गुमटी, बिहियां स्टेशन, सिकरियां हॉल्ट, रघुनाथपुर स्टेशन, बीबीगिरि हॉल्ट, डुमरांव स्टेशन, डुमरांव पश्चिमी गुमटी पर चेन पुलिंग कर रोका गया. चेनपुलिंग के कारण यह ट्रेन दो घंटे विलंब से बक्सर स्टेशन पर नौ बजकर 50 मिनट पर पहुंची.
नहीं दिखे स्कॉर्ट पार्टी के जवान : ट्रेन पर सवार यात्री अजय शुक्ला, मनोरमा देवी, राधामोहन सिंह, जयगोविंद त्रिपाठी आदि ने बताया कि लफंगे बिना मतलब ट्रेन की चेनपुलिंग करते रहे, लेकिन इस दौरान ट्रेन की एस्कॉर्ट पार्टी कहीं नहीं दिखी.
यह हालात तब रही जब दानापुर-मुगलसराय रेलमार्ग पर आये दिन कुछ न कुछ वारदात हो रही है. हद तो तब हो गयी, जब उक्त ट्रेन को शरारती तत्वों ने चेनपुलिंग कर डुमरांव पश्चिमी गुमटी पर रोक दिया. इस दौरान दोनों ओर वाहनों की कतार लगी रही.