बक्सर रेलवे स्टेशन का फुट ब्रिज बना जानलेवा
सुरक्षा बलों की तैनाती से मिल सकती है राहत बक्सर : पूर्व मध्य रेलमंडल के दानापुर-मुगलसराय रेलमार्ग स्थित बक्सर रेलवे स्टेशन पर दो प्लेटफार्मों को जोड़ने के लिए वर्षों पहले बनाया गया रेलवे प्लेटफार्म फुट ओवरब्रिज यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. प्लेट फार्म नंबर एक, दो, तीन पर आये दिन होनेवाली यात्रियों […]
सुरक्षा बलों की तैनाती से मिल सकती है राहत
बक्सर : पूर्व मध्य रेलमंडल के दानापुर-मुगलसराय रेलमार्ग स्थित बक्सर रेलवे स्टेशन पर दो प्लेटफार्मों को जोड़ने के लिए वर्षों पहले बनाया गया रेलवे प्लेटफार्म फुट ओवरब्रिज यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. प्लेट फार्म नंबर एक, दो, तीन पर आये दिन होनेवाली यात्रियों की भीड़ को इसी पुल से आना-जाना होता है. वर्षों पहले तीन प्लेटफार्मों पर चंद ट्रेनों के यात्रियों को आने-जाने की प्लानिंग कर बनाया गया यह पैदल पुल अब यात्रियों की भीड़ के हिसाब से काफी संकरा पड़ रहा है
यहां से गुजरनेवाले यात्रियों को प्राय: जान हथेली पर लेकर आना-जाना पड़ता है. यदि कभी गलती से भी यहां भगदड़ हुई, तो एक भयावह हादसा हो सकता है. इसके अलावे कई लोग सीढ़ियों पर बैठकर ही ट्रेनों का इनतजार करते हैं, जिससे काफी मुश्किलें होती हैं. आध्यात्मिक नगरी में हर महीने कोई न कोई बड़ा धार्मिक आयोजन होते रहता है. गंगा स्नान के दौरान भी राज्य के अलग-अलग हिस्सों से सैकड़ों लोग आते-जाते रहते हैं.
वैकल्पिक पुल भी भीड़ कम करने को नाकाफी : इस पैदल पुल की समस्या से समय-समय पर पूर्व मध्य रेल के वरीय अधिकारियों को भी अवगत कराया जाता रहा है. लेकिन, हर बार इस समस्या को नजरअंदाज कर दिया गया. दो वर्ष पहले यहां एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बची थी, जिसके बाद पार्सल गेट के पास एक वैकल्पिक पुल बनाया गया, किंतु यह पुल मुख्य पैदल पुल पर होनेवाली भीड़ को रोक पाने में नाकाफी साबित हो रहा है. इस पुल पर यात्रियों को पिकऑवर में एक दूसरे की धक्के का सामना करते हुए आना जाना पड़ता है. यहां सबसे अधिक कठिनाई महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को होती है. इन्हें अपनी जान हथेली पर रख लेनी पड़ती है.
रोज होता है 110 ट्रेनों का आवागमन : बता दें कि इन दिनों बक्सर स्टेशन से प्रतिदिन 24 घंटों में करीब 110 ट्रेनों का आवागमन होता है. इनमें से करीब 90 फीसदी ट्रेनों का ठहराव बक्सर स्टेशन पर होता है.