पारा 43 पार, बच्चे पड़ रहे बीमार
हीट वेब की चपेट में जिला. अब तक का सबसे ज्यादा गरम दिन रहा सोमवार तापमान में और होगी वृद्धि, पारा पहुंचेगा 45 के पास अस्पतालों में मरीजों की बढ़ी संख्या बक्सर : हीट वेब की चपेट में पूरा बक्सर जिला है. सोमवार को कुछ देर के लिए पारा 44 डिग्री के पास पहुंच गया […]
हीट वेब की चपेट में जिला. अब तक का सबसे ज्यादा गरम दिन रहा सोमवार
तापमान में और होगी वृद्धि, पारा पहुंचेगा 45 के पास
अस्पतालों में मरीजों की बढ़ी संख्या
बक्सर : हीट वेब की चपेट में पूरा बक्सर जिला है. सोमवार को कुछ देर के लिए पारा 44 डिग्री के पास पहुंच गया था. इस साल का सबसे गरम दिन सोमवार रहा है. हीट वेब ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. सुबह आठ बजे के साथ ही गरम हवाओं से सड़कें वीरान हो जा रही हैं. जरूरी काम को लेकर ही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं. आनेवाले दिनों में इस गरमी से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं. मौसम विभाग की मानें, तो 26 के बाद ही तापमान में कुछ गिरावट आयेगी. तापमान में और बढ़ोतरी होगी. इसके साथ ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ गयी है. अस्पताल में डी हाइड्रेशन और बुखार के मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं. सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों और मरीजों को उठानी पड़ रही है. इस गरमी में भी कई विद्यालय खुले हुए हैं. स्कूल से घर लौटते वक्त बच्चों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
ऊमस भरी गरमी में बिजली भी दे रही दगा : पछुआ हवा और ऊमस भरी गरमी में बिजली भी दगा दे रही है. बिजली में भी कटौती जारी है. लोगों को न घर में आराम है और न बाहर में. किसी तरह हाथ के पंखे के सहारे गरमी को दूर भगा रहे हैं. बिजली अगर आती भी है, तो लो वोल्टेज के कारण कूलर और एसी नहीं चल पा रहे हैं. ऐसे में यह उपकरण शोभा की वस्तु बनकर रह गये हैं. ऊमस भरी गरमी से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. कई घरों के इनवर्टर भी जवाब दे दे रहे हैं. गरमी ने सबको परेशान कर रखा है.
अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या : लू के तपेथों के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. छोटे बच्चे ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं. अस्पतालों में औसतन 400 से 500 मरीज प्रतिदिन दिखाने के लिए आते थे, जो इन दिनों उनकी संख्या में लगभग 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. अधिकांशत: मरीज डायरिया और बुखार के पहुंच रहे हैं. इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन द्वारा बेहतर व्यवस्था की गयी है. इसके साथ ही सीएस ने अस्पताल कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिये हैं. लोगों को धूप से बचने की सलाह दी जा रही है. गरमी से बचने के लिए लोग पेय पदार्थ का सेवन कर रहे हैं.
पौ फटने के साथ ही चलने लगती हैं गरम हवा : गरमी ने इन दिनों लोगों की दिनचर्या बदलकर रख दी है. पौ फटने के साथ ही गरम हवा चलनी शुरू हो जा रही है. कार्यालयों में भी विरानगी पसरी हुई है. लू के थपेड़ों से बचने के लिए लोग घरों में दुबके रह रहे हैं. दोपहर में सड़कें पूरी तरह खाली हो जा रही हैं. शाम के सात बजने के बाद ही सड़कों पर लोगों की चहल-पहल दिख रही है.