इलाज के नाम पर हो रही खानापूर्ति
अनदेखी. सदर अस्पताल में 15 दिनों से लावारिस पड़ा है मरीज वृद्ध को पुलिस ने उठाकर कराया था अस्पताल में भरती अब तक होश में नहीं आया है मरीज बक्सर : सदर अस्पताल प्रबंधन की अकर्मण्यता व अधिकारियों की अनदेखी ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. सदर अस्पताल बक्सर के इमरजेंसी वार्ड में 16 […]
अनदेखी. सदर अस्पताल में 15 दिनों से लावारिस पड़ा है मरीज
वृद्ध को पुलिस ने उठाकर कराया था अस्पताल में भरती
अब तक होश में नहीं आया है मरीज
बक्सर : सदर अस्पताल प्रबंधन की अकर्मण्यता व अधिकारियों की अनदेखी ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. सदर अस्पताल बक्सर के इमरजेंसी वार्ड में 16 दिनों से भरती एक लावारिस मरीज का इलाज के नाम पर महज खानापूरी की जा रही है. उसे न तो समय से दवा दी जा रही है और न ही इलाज. लावारिस मरीज की अनदेखी से अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की पोल खुल गयी है. मरीज को संभालना अस्पताल प्रबंधन के लिए मुश्किल होते जा रहा है. इस मरीज का कोई वारिस न मिलने के चलते न तो इसे किसी दूसरे अस्पताल में रेफर किया जा सकता है और न ही यहां उसकी देखभाल सही तरीके से हो पा रही है. परिणामस्वरूप अन्य मरीज भी संबंधित वार्ड में भरती होने से कन्नी कतरा रहे हैं. ऐसे में उक्त मरीज के लिए अस्पताल का पूरा कमरा छोड़ना पड़ रहा है.
ज्योति चौक पर पुलिस को लावारिस मिला था वृद्ध : अस्पताल के भरती रजिस्टर में दर्ज जानकारी के अनुसार 17 मई की रात करीब आठ बजे वह शहर के ज्योति चौक के पास लावारिस पड़ा हुआ था. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिसवाले उसे इलाज के लिए अस्पताल में भरती करवा कर चले गये. दस दिन बाद होश में आये उक्त मरीज ने अपनी पहचान बैजनाथ प्रसाद, पिता स्व. जनक महतो थाना-नवादा जिला भोजपुर के तौर पर बतायी, जो डिटेल्स रजिस्टर में दर्ज कर दिया गया, लेकिन पुलिसवाले की तरह अस्पताल कर्मी भी उसके परिजनों का पता लगाना उचित नहीं समझा.
पैर में है काफी चोट, चलने फिरने में असमर्थ : इस बारे में अस्पताल के चिकित्सक डॉ भूपेंद्रनाथ ने बताया कि मरीज के पैर में चोट लगी है. संभवतः किसी एक्सीडेंट में जख्मी होने के कारण वह बेहोशी की हालत में था. बेड से उठकर चलने-फिरने में समर्थ न होने के कारण उक्त मरीज अपनी नित्यक्रिया भी स्वयं नहीं कर पा रहा है. ऐसे में मौके पर गंदगी की वजह से कोई अन्य मरीज इस कमरे में नहीं ठहरता है. हालांकि डॉक्टर उसका नित्य इलाज कर रहे हैं.
ज्योति चौक के पास बेहोशी की हालत में मिला था
चल रहा इलाज, भेजा जायेगा पटना
अस्पताल में संबंधित मरीज का इलाज तो हो रहा है, लेकिन संभालने के लिए अटैंडट की जरूरी है, लेकिन अटेंडेंट का पता नहीं चल सका है. अब अस्पताल उसके बारे में क्या करे, कुछ समझ में नहीं आ रहा. मरीज को आगे के इलाज के लिए पटना भेजा जायेगा, ताकि उसका स्वास्थ्य बेहतर हो सके़ इसकी तैयारी की जा रही है.
दुष्यंत कुमार, सदर अस्पताल बक्सर के प्रबंधक