सिमरी
. प्रखंड मुख्यालय बाजार वर्षो से लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिए जाने की वजह से सड़कें संकीर्ण हो गयी थी. प्रखंड मुख्यालय होने की वजह से प्रत्येक दिन प्रखंड क्षेत्र के अन्य गांवों के लोगों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ती थी. प्रत्येक दिन जाम लगना आम बात हो गयी थी. खासकर लग्न, त्योहार के दिनों में तो घंटों लोग महाजाम में फंसे रहते है. सिमरी बाजार से आवागमन करना किसी चुनौती से कम नहीं है. अंचल प्रशासन ने अंचल अमीनों से सीमांकन (मापी) करा कर अवैध कब्जा धारियों को अतिक्रमण स्वयं हटा लेने के लिए नोटिस तामीला कराया गया था. मंगलवार को जब प्रशासन जेसीबी, ट्रैक्टर, लेकर सिमरी बाजार में पहुंचें तो अफरा- तफरी का माहौल कायम हो गया.अतिक्रमण हटाने के दौरान विधि व्यवस्था संधारण का कमान थानाध्यक्ष कमलनयन पाण्डेय व लालबाबू सिंह संभालते हुए नजर आए. अतिक्रमण हटाने के दौरान अंचलाधिकारी भगवती शंकर पाण्डेय, एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी, राजस्व पदाधिकारी राहुल सिंह, रामदास राय के डेरा प्रभारी शुभम राज,एसआई चुनमुन कुमारीसहित अंचल कार्यालय के कर्मचारी व पुलिस पदाधिकारी व पुलिस कर्मी मौजूद थे. 83 लोगों को किया गया था नोटिस: अवैध कब्जा कर स्थायी व स्थायी दुकान चलाने वाले कुल 83 लोगो को नोटिस कर निर्देशित किया गया था की अतिक्रमण स्वयं हटा लें.83 अतिक्रमणकारियों में से 50 स्थायी व 33 लोग अस्थायी रूप से सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए हुए थे.जिसको अंचल प्रशासन द्वारा मंगलवार को हटवाया गया. खुश नजर आ रहे थे लोग : वर्षो से महाजाम का दंश झेल रहे आमजनों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी.सिमरी प्रखंड क्षेत्र का प्रमुख बाजार है.जाम की वजह से लोगो को आवागमन करने में परेशानी झेलनी पडती थी,क्योंकि अवैध कब्जा से सडकें सिकुड़ गयी थी.सडक अतिक्रमण मुक्त होते देख आमजन के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है