फ़ोटो-13- बारुपुर पंचायत में खुदाई कर बनाया गया सरोवर राजपुर. प्रखंड के कई पंचायत में अमृत सरोवर योजना से अब गांव की तकदीर बदलने लगी है. जिसका सबसे अच्छा उदाहरण बारुपुर पंचायत है.सरोवर की खुदाई के बाद यहां पार्क बनाया गया है.जहां लोग सुबह शाम टहलने जा रहे हैं. इस गांव की खूबसूरती और बढ़ गयी है. इस योजना से अब तक 13 पंचायतों में तालाब बनाए गए हैं. जिससे सिंचाई के साथ मछली पालन भी हो रहा है. अमृत सरोवर के निर्माण से बारिश के पानी का संचय हो रहा है. जिससे सबसे ज्यादा फायदा किसानों को हो रहा है. इसका सकारात्मक असर भी गांव में दिखने लगा है. जिस गांव में अमृत सरोवर या कई तालाब है वहां भूमिगत जलस्तर सामान्य बना हुआ है. अभी तक बारुपुर, बावनबान्ध, मानिकपुर, गोगही, चचरिया, दरियापुर, राजपुर, खरवनिया, कोनौली, गोगौरा, दुल्फा आंगनबाड़ी, दुल्फा मध्य विद्यालय के पास एवं सुजातपुर में अमृत सरोवर की खुदाई की गयी है.
दो वर्षों में खेती के लिए वरदान बना अमृतसरोवर
वर्ष 2022 एवं 23 का अगर आकलन करें तो खेती के लिए यह अमृत सरोवर किसानों के लिए काफी वरदान साबित हुआ है. पिछले वर्ष भी समय पर मानसून नहीं आने से अधिकतर किसानों ने इस तालाब में एकत्रित पानी से सिंचाई करके धान के बिचड़े को डाला था. इस बार भी बारिश होने के बाद जब खेत की फसल सूखने लगी तो किसान इस सरोवर में एकत्रित पानी से खेतों की सिंचाई किया था. पुनः वर्षा होने पर इसमें जल एकत्रित हो गया है.सामान्य से कम बारिश होने से फसले बर्बाद हो जाती है. ऐसे में सरोवर फसलों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं. अमृत सरोवर की खुदाई के साथ निजी जमीन पर भी किसानों के सहयोग से मनरेगा योजना के तहत तालाब की खुदाई की जा रही है.जिससे भूमिगत जलस्तर को रिचार्ज करने में काफी आसान हो रहा है.क्या बोले अधिकारी
तालाबों की खुदाई के बाद इसके चारों तरफ सौंदर्यीकरण करने के बाद इसे हरा भरा हरा भरा बनाकर एक ग्रामीण पार्क भी बनाया जा रहा है. जहां गांव के लोग सुबह-शाम टहल रहे हैं. अन्य जगहों पर जहां भूमि अतिक्रमण कर लिया गया है. इसको लेकर वरीय अधिकारियों को सूचित किया गया है.शीघ्र ही इस जमीन पर अमृत सरोवर की खुदाई की जाएगी. निजी जमीन की भी तलाश की जा रही है. इच्छुक किसानों के निजी जमीन पर तालाब की खुदाई कराई जाएगी – मोहम्मद सज्जाद जहीर, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी राजपुरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है