23 जुलाई=फोटो=8= समीक्षा बैठक करते एसडीओ. सिमरी. सूबे में मानसून सक्रिय हो जाने के बाद राज्यस्तरीय अधिकारी व संबंधित विभाग के मंत्री द्वारा बाढ़ से निबटने के लिए बैठकों की दौर शुरू कर दिया गया है. सिमरी प्रखंड सभागार में मंगलवार को एसडीओ राकेश कुमार की अध्यक्षता में बाढ़ से निबटने व पूर्व तैयारी को लेकर मैराथन बैठक की गयी. विदित हो की विगत वर्षों में बाढ़ ने प्रखंड क्षेत्र में काफी तबाही मचायी थी, जिसको लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में है. स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के गंगौली, राजापुर, नियाजीपुर, केशोपुर, राजपुर कला, राजपुर परसनपाह पंचायत के लोग बाढ़ से प्रभावित हो जाते हैं. दर्जनों गांव गंगा के जल स्तर बढने से जलमग्न हो जाते हैं. बाढ़ग्रस्त इलाकों में उत्पन्न होने वाली कठिनाइयों से निबटने के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. मंगलवार को बीडीओ, सीओ सहित सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों, पंचायत सचिव, राजस्व कर्मचारी, जनप्रतिनिधियों, थानाध्यक्षों, स्वास्थ्यकर्मियों की मौजूदगी में बाढ़ से निबटने की तैयारी की समीक्षा की गयी. बाढ़ से उत्पन्न होने वाली समस्या व निदान पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया. जनप्रतिनिधियों से बाढ़ से निबटने के लिए फीडबैक लिया गया. जनप्रतिनिधियों द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में निबंधित नाव की व्यवस्था, मेडिकल टीम, पशुचारा, पशु चिकित्सक, सामुदायिक किचेन की व्यवस्था करने का सुझाव दिया गया. बैठक में सात जगहों पर शरणार्थी स्थल, पांच जगहों पर मेडिकल टीम की तैनाती का निर्णय लिया गया. केशोपुर, नियाजीपुर, राजापुर, गंगौली, राजपुर कला पंचायत में मेडिकल टीम की तैनाती की जायेगी. बाढ़ के दौरान राहत शिविर व सामुदायिक किचेन शुरू करने को भी प्रस्तावित किया गया. बाढ़ के दौरान पॉलीथिन सीट, दवाइयां, पशुचारा, सामुदायिक किचेन आदी राहत कार्य की तैयारी की समीक्षा की गयी. बैठक में बीडीओ शशिकांत शर्मा, सीओ भगवती शंकर पांडेय, एमओ प्रीति, थानाध्यक्ष संजय कुमार गुप्ता, मनरेगा पीओ नूरूल होदा, बीइओ त्रिलोकीनाथ पांडेय, मुखिया राजेश यादव, सुनील यादव, रामयश गोंड सहित अन्य संबंधित लोग शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है