राजपुर
. प्रखंड के छितनडिहरा मध्य विद्यालय में पिछले कई वर्षों से कार्यरत शिक्षिका विद्यावती देवी व कुमारी सारिका को फर्जी डिग्री के आरोप में बीडीओ सिद्धार्थ कुमार ने चयन मुक्त कर दिया है.इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार विगत चार वर्ष पूर्व 2021 में तत्कालीन बीडीओ अरुण कुमार सिंह द्वारा इन शिक्षिकाओं से स्पष्टीकरण मांगा गया था. इसी को आधार बनाते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी के पास मार्गदर्शन हेतु पत्र भेजा गया था. जिस पत्र के आलोक में पिछले 21 जनवरी 2025 को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार इन दोनों शिक्षिकाओं का मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षाओं का शैक्षणिक प्रमाण पत्र द सेंट्रल बोर्ड आफ हायर एजुकेशन न्यू दिल्ली का पाया गया जो शिक्षा विभाग के द्वारा अमान्य संस्थान है. जिसे तत्काल प्रभाव से सेवा मुक्त कर दिया गया है. विदित हो कि यह जांच प्रक्रिया तब शुरू हुई. जब तत्कालीन समय में दिनारा निवासी अमरनाथ पांडेय ने इन दोनों शिक्षिकाओं के शैक्षणिक प्रमाण पत्र से संबंधित जांच के लिए मांग उठाते हुए विभाग को पत्र भेजा था. इसी पत्र के आलोक में लंबे समय तक चली जांच प्रक्रिया के बाद यह कार्रवाई की गई है. इस संबंध में जानकारी देते हुए बीडीओ सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि इन शिक्षिकाओं के पास जो शैक्षिक प्रमाण पत्र है.वह शिक्षा विभाग के द्वारा अमान्य संस्थान की सूची में शामिल है. जिसके आलोक में इन्हें चयन मुक्त किया गया है. विभाग द्वारा जारी निर्देश के बाद की गई कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. फर्जी डिग्री पर नौकरी करने वाले अन्य शिक्षकों में भी संशय की स्थिति बनी हुई है. हालांकि अभी तक किसी अन्य शिक्षक के बारे में चर्चा नहीं है. फिर भी ऐसा माना जा रहा है कि अगर सही तरीके से जांच हो तो कई शिक्षक इसके जद में आ सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है