फाइल- 4- निर्माणाधीन पुल के गड्ढे में गिरने बाइक सवार ग्रामीण चिकित्सक की मौत, दूसरे की हालत गंभीर
निर्माणाधीन पुल के गड्ढे में गिरे बाइक सवार ग्रामीण चिकित्सक की मौत,दूसरे की हालत गंभीर
1 अगस्त- फोटो-3- मृतक के घर रोते बिलखते परिजन व बच्चे 1 अगस्त- फोटो-4- पुलिस की मौजूदगी में गढ्ढे से बाइक निकालता जेसीबी राजपुर. थाना क्षेत्र के चौसा मोहनियां स्टेट हाईवे पर निर्माणाधीन पुल के गढ्ढे में बाइक गिरने से ग्रामीण चिकित्सक निर्मल राम की मौत हो गई है. वही एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार इटाढ़ी थाना क्षेत्र के शुक्रवलिया गांव निवासी 33 वर्षीय निर्मल राम पिता स्वर्गीय रामकृत राम एवं मुन्ना राम पिता शिवनाथ राम दोनों एक ही बाइक पर सवार होकर कैमूर जिला के नुआंव में आयोजित जीविका की बैठक में भाग लेने के लिए गए थे. ग्रामीण चिकित्सक निर्मल राम की पत्नी जीविका में काम करती है.बैठक से बुधवार की शाम वापस अपने गांव लौट रहे थे. लगभग 7:30 बजे अंधेरा होने के बाद जैसे ही यह अपनी बाइक से सोनपा नहर पर बने निर्माणाधीन पुलिया के समीप पहुंचे. इस समय अचानक यह पुल के बीचो-बीच बने गड्ढे में बाइक समेत नीचे जा गिरे. गड्ढे में गिरते ही चीखने चिल्लाने की आवाज सुन रोड से गुजर रहे लोगों ने इन्हें देखकर किसी तरह से बाहर निकाला एवं ग्रामीणों की मदद से इसे इलाज के लिए सदर अस्पताल बक्सर पहुंचाया. जहां पहुंचते ही चिकित्सक ने ग्रामीण चिकित्सक निर्मल राम को मृत घोषित कर दिया. इस घटना में घायल मुन्ना राम की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. घटना को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता मुसाफिर प्रजापति और राहुल कुमार ने मृतक के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उचित मुआवजा की मांग किया. कार्य एजेंसी की लापरवाही पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनके द्वारा विगत कई महीनो से इसे बिना सुरक्षा घेरे का छोड़ दिया गया है. जिससे यह हादसा हो गया. इससे पहले भी आधा दर्जन से अधिक छोटी घटनाएं इस पुलिया के पास हो गई है. पिछले दिनों हुई हल्की बारिश से इस स्टेट हाईवे पर बने जगह-जगह पुलिया के पास मिट्टी धंस जाने से रोड भी टूट फुट हो गया था.जिसे आनन फानन में गढ्ढो को भरकर बना दिया गया. फिर भी अभी अधिकतर जगहों पर स्थिति काफी खराब है. बनारपुर गांव के बाद इस रोड पर बनाए जा रहे अधिकतर पुलिया का निर्माण कार्य आधा अधूरा छोड़ दिया गया है. जिस रास्ते से गुजरने वाले नए चालक अनजान होते हैं.जो इस तरह के हादसे का शिकार हो जाते हैं. इस नहर पुल के समीप भी अब तक कोई संकेतक बोर्ड नहीं लगाया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि अगर निर्माण कार्य एजेंसी के तरफ से यहां कोई सुरक्षात्मक उपाय नहीं किए गए तो इससे भी बड़ा हादसा हो सकता है.इस स्टेट हाईवे से प्रतिदिन सैकड़ो की तालाद में बड़ी एवं छोटी गाड़ियों का परिचालन होता है. उत्तर प्रदेश के वाराणसी, मोहनिया व बक्सर जिले के साथ पटना राजधानी की तरफ जाने वाले लोगों का अक्सर इस पर आना-जाना है. घटना की सूचना पर पहुंचे थाना अध्यक्ष संतोष कुमार मामले की जांच कर रहे हैं. इन्होंने बताया कि कार्य एजेंसी के तरफ से रेडियम युक्त बांस बल्ले से घेराबंदी की गयी है. प्रथम दृष्टया मालूम हो रहा है कि बाइक तेज गति में होने से अनियंत्रित होकर गढ्ढे में गिर गयी. जिससे हादसा हो गया. दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी को जप्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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