यूरिया की कालाबाजारी से अन्नदाता की छूट रही पसीना
क्षेत्र में यूरिया की कालाबाजारी अन्नदाताओं के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है
ब्रह्मपुर. क्षेत्र में यूरिया की कालाबाजारी अन्नदाताओं के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. यूरिया की कालाबाजारी की वजह से खाद-बीज दुकानदारों को आवंटन मिलते ही दुकानदार ऊंची कीमत में खाद बिक्री करना शुरू कर देते हैं. खेत में लगे फसल को देखकर अन्नदाताओं को मजबूरी वश ऊंची कीमत देकर खाद लेना पड़ता है. जबकि अधिकांश किसानों द्वारा यूरिया की महंगे दामों पर खरीद कर छिड़काव करने के बाद आखिरकार शनिवार को प्रशासन द्वारा क्षेत्र में कालाबाजारी कर रहे खाद की दुकानों पर जांच किया गया. छोटे दुकानदारों तक ही सिमटा जांच का दायरा यूरिया खाद की कालाबाजारी की खबरें मिलने पर अंचलाधिकारी खुशबू खातून द्वारा खाद विक्रेता दुकानों की जांच शुरू की गई है. क्षेत्र के दुकानदारों को जैसे ही जांच शुरू की. अधिकांश दुकानदारों ने इसकी जानकारी लगते ही वे दुकान बंद कर फरार हो गए. वही इस जांच की आंच छोटे दुकानदारों तक ही सिमट कर रह गया. जबकि बड़े दुकानदार इस जांच के दायरे से दूर रहे और उनके द्वारा उस समय भी खुलेआम खाद की कालाबाजारी की गई. जबकि छोटे दुकानदारों पर जांच क्या-क्या अनियमितता पाई गई इसके बारे में जानने के लिए अंचलाधिकारी से कई बार फोन पर संपर्क किया गया लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ. इस बारे में जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं आई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही दुकानों में क्या-क्या खामियां पाई गई हैं जानकारी मिल पाएगी. जांच रिपोर्ट नहीं पहुंचा वरीय अधिकारी के पास शनिवार को अंचलाधिकारी खुशबू खातून द्वारा भले ही खाद की कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों पर जांच की गई हो लेकिन उन दुकानदारों पर जांच में क्या-क्या खामियां मिली. इसका रिपोर्ट जिला कृषि पदाधिकारी के पास नहीं पहुंचना अपने आप में कोई सवालों को भी जन्म दे रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंचल अधिकारी द्वारा छोटे दुकानदारों पर ही जांच की गाज गिराई गई. जबकि बड़े और पहुंच वाले दुकानदार इस जांच की जद में नहीं आये. वही कुछ दुकानदारों को अपने पहुंच जानकारी पहले ही मिल जाने के कारण वह दुकान बंद करके फरार हो चुके थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है