Buxar News: तेज पछुआ हवा से बढ़ी ठिठुरन, अलाव बना सहारा
Buxar News: जिले में ठंड का कहर फिर से शुरू हो गया है. मंगलवार को न्यूनतम व अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है
बक्सर. जिले में ठंड का कहर फिर से शुरू हो गया है. मंगलवार को न्यूनतम व अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है. वहीं जिले में मंगलवार को लोगों को सूर्य की रोशनी का दीदार नहीं हुआ. इसके साथ ही तेज पछुआ हवा के कारण ठंड में काफी इजाफा हो गया है. लोगों का जन जीवन प्रभावित हो गया है.
न्यूनतम नौ व अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस रहा पारा
जिले में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस एवं अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस बना रहा. जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सड़कें सूनसान बनी रही. एनएच-922 पर भी आवागमन अपेक्षाकृत छोटे वाहनों को कम बना रहा. नगर की सड़के भी सूनसान बनी रही. इसके साथ ही मंगलवार को सुबह लगभग आठ बजे तेज पछुआ हवा के शुरू होने के बाद कोहरे का भी प्रभाव दिखने लगा. कोहरे के कारण रेलवे यातायात भी प्रभावित हो गया है.ट्रेनों का लेट हो रहा संचालन
जिसके कारण ट्रेनों का संचालन लेट लतिफ हो रही है. मौसम में अचानक परिवर्तन हो गया. वहीं आकाश में बादल छा जाने से मौसम में पूरी तरह से ठंडापन कायम हो गया है. वहीं पछुआ हवा के कारण शीतलहर का प्रभाव जिले में कायम हो गया है. सुबह से ही तेज पछुआ हवा का प्रभाव कायम हो गया है. जिसके कारण लोग अपने घरों में ही दुबक गये है. न्युनतम व अधिकतम तापमान में आज बुधवार को गिरावट होनेे की संभावना है. बुधवार को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस पहुंचने की अनुमान जारी किया गया है. सूर्य की रोशनी की कमी व शीतलहर के कारण फसलों पर बुरा प्रभाव पड़ने की संभावना बढ़ गयी है. पिछले 30 दिसंबर से तापमान में आई कमी से जिले वासी जूझ रहे है. वहीं इस बीच सोमवार को दोपहर में सूर्य के दर्शन से लोगों ने राहत महसूस किया था. लेकिन एक बार फिर से परेशानी ठंड से लोगों की बढ़ गई है.ठंड के कारण पार्क में पसरा सन्नाटा
लोगों एवं बच्चों से हमेशा गुलजार रहने वाले पार्कों में मंगलवार को ठंड के कारण सन्नाटा कायम रहा. ठंड के कारण बच्चे से बुढ़े तक अपने घरों से नहीं निकले. ठंड के कारण सबसे ज्यादा बच्चे एवं बुर्जुग ही प्रभावित है. बढ़े ठंड के कारण नगर के कवलदह पोखरा पार्क एवं नगर भवन स्थित पार्क में सन्नाटा पसरा हुआ था. जहां झूला बच्चों के आने का इंतजार कर रहा था. जबकि इन पार्कों में झूला पर झूलने के लिए बच्चों को इंतजार करना पड़ता है. पार्क भी सूनसान पड़े रहे. अलाव के सहारे बिता दिन : ठंड के कारण अलाव के सहारे ही मंगलवार का दिन जिले वासियों का बिता. जिले में न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट एवं शीतलहर का प्रभाव कायम हो गया है. घर से बाहर लोग ठंड से राहत को लेकर अलाव का सहारा ले रहे है. इसके साथ ही घरों में इलेक्ट्रॉनिक हीटर व डिवाइस से कमरों को गर्म कर रहे है. जिससे ठंड से राहत महसूस हो सके.
ठंड से बचाव के लिए तीसी के लड्डू व आंवले का हलवा फायदेमंद
ठंड से अब जनजीवन प्रभावित होने लगा है. ठिठुरन बढ़ गई है. सूर्य देवता का दर्शन नहीं हो पा रहा है. ऐसे में तापमान में गिरावट के कारण वायरल फीवर व सर्दी-खांसी के मरीजों की संख्या अचानक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बढ़ने लगी है. खास तौर से बीमार पड़ने वालों में बच्चे एवं वृद्धों की संख्या अधिक है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर अंजनी कुमार ने बताया कि पहले की अपेक्षा वायरल फीवर एवं सर्दी- खांसी के मरीज इस समय बढ़ गए हैं. उन्होंने कहा कि सर्दी, खांसी, बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाना चाहिए और दिखाकर समय से दवा लेनी चाहिए. गांव की गालियां पड़ी सूनीं : ठंड के प्रकोप से गांव की गलियों से लेकर बच्चों के खेल के मैदान तक सब सुन्न पड़े हैं. खेल के मैदान में बच्चे दिखाई नहीं दे रहे हैं. हालांकि चिकित्सक के मुताबिक विशेष कर ठंड में छोटे बच्चों को घर के अंदर ही रखना चाहिए. जब तक धूप न निकले बच्चों को बाहर नहीं निकालने देना चाहिए. खान-पान में करना चाहिए बदलाव : डॉक्टर व जितेंद्र तिवारी ने कहा कि इस समय खान पान में बदलाव कर ठंड से बचना चाहिए. आंवले का हलवा, तीसी व बाजरे के लड्डू , हल्दी के साथ दूध, तुलसी व अदरक की चाय, मक्के की रोटी, च्यवनप्राश, गर्म पानी आदि का सेवन जाड़े में लाभप्रद होता है. तीसी व बाजरे के लड्डू का सेवन करने से ठंड का असर शरीर पर कम होता है. यह लड्डू किसी औषधि की ही तरह काम करता है
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