राजपुर
. प्रखंड के 237 गांव के रैयतों को लगान की वसूली का फरमान जारी किया गया है. 1977 से 2023 तक अधिकतर किसानों ने अभी तक लगान जमा नहीं किया है. इससे सरकार को काफी राजस्व का घाटा हो रहा है. राज्यस्तर पर किए गए आकलन के अनुसार जिले में राजपुर अंचल में सबसे अधिक बकायादारों की सूची शामिल थी. जिन लोगों ने अभी तक अपना लगान जमा नहीं किया है. पिछले दिनों की गई समीक्षा बैठक में यह चर्चा की गई की राजपुर पहले से ही अन्न का कटोरा कहा जाता है. जहां बड़े पैमाने पर खरीफ एवं रबी फसल का उत्पादन होता है. इस बड़े भूभाग के तौर पर सरकार को अधिक राजस्व का फायदा होना चाहिए था.फिर भी नहीं हुआ. ऐसे में सरकार के तरफ से जारी निर्देश के बाद बकाया रैयतों से लगभग दो करोड़ तक की राशि वसूल करने का लक्ष्य दिया गया था. जिस मामले में अंचल के कर्मियों ने गांव-गांव में जाकर जागरूकता अभियान भी चलाया. फिर भी लोग अपना राजस्व जमा नहीं कर रहे हैं. ऐसे में विभाग के वरीय अधिकारी के निर्देश पर 200 लोगों को नोटिस किया गया है. नोटिस के माध्यम से स्पष्ट तौर पर अवगत कराया गया है कि अगर पांच दिनों के अंदर लगान की राशि जमा नहीं करते हैं तो संबंधित किसानों के नाम से दूसरी बार पुनः नोटिस जारी करते हुए आवश्यक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. विभाग के तरफ से मिली जानकारी के अनुसार देवढिया के किसान रामसेवक तिवारी, रामअध्याय चौबे, कनेहरी गांव के मुरारी राय,दुल्फा के रामप्यारे सिंह, खीरी के रामबचन सिंह, रसेन धनंजय चौबे, हरपुर के लालमन राय, राजपुर के श्रीभगवान सिंह, मंगराव के रामचन्द्र राय,संराव के सैनी साह के अलावा अन्य लोगों को भी नोटिस किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है