Buxar News: नवानगर में बन रहा कोका कोला प्लांट नये साल में हो जायेगा शुरू

Buxar News: कोका कोला के बॉटलिंग प्लांट से 3.24 लाख सीएस प्रतिदिन उत्पादन होने की उम्मीद नावानगर में 1235 करोड़ की लागत से कोका कोला कंपनी के बॉटलिंग प्लांट लगाया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 31, 2024 9:49 PM

बक्सर

.कोका कोला के बॉटलिंग प्लांट से 3.24 लाख सीएस प्रतिदिन उत्पादन होने की उम्मीद नावानगर में 1235 करोड़ की लागत से कोका कोला कंपनी के बॉटलिंग प्लांट लगाया जा रहा है. 29 अगस्त 2024 को इसके लिए भूमि पूजन का काम किया गया. यह प्लांट 65 एकड़ जमीन पर लगवाया जा रहा है. उद्योग विभाग की माने, तो 2025 में कोका कोला के बॉटलिंग प्लांट से 3.24 लाख सीएस प्रतिदिन उत्पादन होने की उम्मीद है.

बिहार सरकार ने बक्सर को बनाया है औद्योगिक हब

बिहार सरकार ने बक्सर जिला को औद्योगक हब के लिए चयनित करते हुए एसएलएमजी वेबरेज प्राइवेट कंपनी को मंजूरी मिली थी. इसके शुरु होते ही तकरीबन एक हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. प्लांट को लेकर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. सब कुछ ठीक ठाक रहा तो 2025 में इस प्लांट से उत्पादन शुरू हो जायेगा.

कांट में 588 करोड़ की लागत से बन रही जेके सीमेंट फैक्ट्री होगी चालू

यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले नये साल 2025 में ब्रह्मपुर प्रखंड के कांट गांव में देश की सीमेंट उत्पादन करने वाली जेके कंपनी अपनी कारखाना चालू कर देगी. इसे लेकर दिसंबर माह में भूमि पूजन का काम पूरा कर लिया गया. निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है़ सीमेंट की यह 44वां जगह होगा जहां से इसकी सलाना उत्पादन क्षमता तकरीबन 30 लाख टन होगा. इसे लेकर बिहार सरकार एनओसी भी दे चुकी है. उप विकास आयुक्त डॉ महेंद्र पाल ने बताया कि ब्रह्मपुर के कांट और रधुनाथपुर के बीच दक्षिण छोर पर 65 एकड़ के भूखंड पर जेके ग्रुप की कंपनी जेके सीमेंट पहली बार एक सीमेंट कारखाना लगवा रही है. कारखाने में ग्रे सीमेंट बनाने की योजना है. उन्होंने बताया कि जेके सीमेंट बिहार के बक्सर में एक सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट लगा रही है. जिसकी सलाना उत्पादन क्षमता 30 लाख टन होगा. जिसमें कुल लागत खर्च 588 करोड़ होने का अनुमान है. 25 हेक्टेयर में क्षेत्र में लगने वाली कंपनी तकरीबन 33 प्रतिशत भूमि में ग्रीन पट्टी बनायेंगी. वही यहां के तकरीबन 250 लोगों को रोजगार भी मुहैया करायेगा. साथ ही अगल-अगल के गांवों का विकास के लिए 2 प्रतिशत सीएसआर फंड खर्च किया जायेगा. वही रोड से लेकर अस्पताल तक कंपनी बनाएंगी. ताकि इस क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिल सकें.

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