पानी नहीं होने के कारण सामुदायिक शौचालय पड़ा बेकार
भरियार बाजार का सामुदायिक शौचालय का उपयोग स्थानीय लोग नहीं कर पा रहे हैं. वजह यह है कि यहां पानी नहीं हैं जिससे शौचालय बंद है
चक्की. भरियार बाजार का सामुदायिक शौचालय का उपयोग स्थानीय लोग नहीं कर पा रहे हैं. वजह यह है कि यहां पानी नहीं हैं जिससे शौचालय बंद है. इसके कारण बिहार लोहिया स्वच्छता अभियान की गुलाबी तस्वीर यहां काली दिखायी दे रही है. मालूम हो कि चंदा पंचायत के भरियार बाजार में बने सामुदायिक शौचालय के निर्माण का यह दूसरा वर्ष है. शौचालय के आसपास गंदगी का अंबार लगा है. इस सामुदायिक शौचालय के निर्माण के लिए सरकार की तरफ से तीन लाख रुपया दिया गया था. शौचालय की सुविधा मिलने से स्थानीय लोगों के साथ दूर दराजों के लोगों को भी काफी खुशी थी .हालांकि अब पानी के बगैर यह शौचालय बेकार हो गया है. लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत डोर टू डोर कूड़ा उठाव तथा वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट यहां स्थापित की जा रही है. सामुदायिक शौचालय का निर्माण भी इसी मिशन के तहत किया गया है. जिसमें दो लाख दस हजार की राशि स्वच्छ भारत मिशन तथा 90000 हजार रुपए की राशी पंचायती राज विभाग से सामुदायिक शौचालय के लिए मिला था. मगर खास बात यह है कि प्रखंड क्षेत्र के प्रसिद्ध बाजारों में भरियार बाजार शामिल है. दूर दराजों से आए पुरुषों के साथ महिलाएं भी इस सामुदायिक शौचालय का उपयोग करती थीं. हालांकि पानी नहीं रहने के कारण इस शौचालय में अब कोई भी नहीं जाता है. भरियार बाजार में खरीदारी करने आई महिला सुमन देवी, राधिका देवी ने कहा कि शौचालय में पानी नहीं रहने की वजह से बहुत परेशानी होती है. एक तो शौचालय में पानी नहीं है दूसरी तरफ अगल-बगल इतना गंदगी है और दुर्गंध है कि वहां पर टॉयलेट के लिए भी कोई नहीं जा सकता है. बताते चलें कि प्रखंड के सबसे प्रसिद्ध बाजारों में भरियार बाजार का नाम शामिल है. रोज हजारों लोग यहां आते हैं. शौचालय रहते हुए पानी के अभाव में लोग शौचालय की सुविधा नहीं उठा पाते हैं. भरियार के राम जी तुरहा बताते हैं कि महिनों पूर्व प्रखंड के बीडियो द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही खराब पड़े चपाकल को ठीक करा दिया जाएगा एवं शौचालय को साफ सफाई करवा कर सुचारु कर दिया जाएगा. हालांकि यह सपना सपना ही रह गया. इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी आशुतोष कुमार से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि पीएचडी के कनीय अभियंता से बात हुई हैं. वहां पर बेकार पड़े टंकी को भी पाइप से जोड़कर पानी पहुंचा दिया जायेगा. इसके साथ ही चापाकल को भी मरम्मत करा दिया जाएगा. एक सप्ताह के अंदर भरियार बाजार के समुदायिक शैचालय पर पानी की व्यवस्था करा दी जायेगी. साथी ही वहां से गंदगी को भी साफ-सफाई कराकर सामुदायिक शौचालय को सुचारू रूप से चालू करा दिया जाएगा.
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