लाखों खर्च के बाद सामुदायिक शौचालय बदहाल
नगर परिषद क्षेत्र में लाखों रुपये खर्च कर विभिन्न वार्डों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण लाखों रुपए की लागत से कराया गया है.
डुमरांव
. नगर परिषद क्षेत्र में लाखों रुपये खर्च कर विभिन्न वार्डों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण लाखों रुपए की लागत से कराया गया है. लेकिन अधिकतर सामुदायिक शौचालय अनुपयोगी बना हुआ है. एक शौचालय निर्माण में लगभग नौ लाख रुपये खर्च हुआ है. इसे नगर परिषद की उदासीनता कहें या नगर के लोगों में जागरूकता का आभाव. अधिकतर शौचालय बदहाल है. अभी कुछ माह नगर परिषद लाखों खर्च कर शौचालय का रंग रोगन, बिजली के लिए वायरिंग कराया गया. लेकिन दो चार छोड़कर सभी शौचालय बदहाल है. स्थिति ऐसी है कि इस पास के लोग उपयोग तक नहीं करते हैं. नगर के शौचालय अनुपयोगी के साथ साथ कई शौचालय में ताला लटका हुआ है. कहीं पानी तक की व्यवस्था तक नहीं है. कहीं अंदर गंदगी इतना, आप उसका उपयोग नहीं कर सकते. ऐसे नगर परिषद क्षेत्र ओडीएफ हो चुका है. प्रभात खबर की टीम ने शनिवार को पड़ताल किया तो राजगढ़ के अंदर शौचालय में ताला लटका मिला. चतुर साल गंज स्थित शौचालय देखने से लगा, उपयोग में नहीं है, ताला खुला रहा. पुलिस चौकी दो के समीप बाहर रंग रोगन होने से चकाचक था. लेकिन अंदर गंदगी से भरा पड़ा था, कोई अंदर नहीं जा सकता. ललन डोम के घर के समीप शौचालय में ताला लटका हुआ था और बाहर गंदगी देखने को मिला. सौ गज की दूसरी पर डा. राजेश कुमार के क्लीनिक के समीप शौचालय बंद देखने को मिला. उपयोग में नहीं था. वहीं छठिया पोखरा मोक्ष धाम के समीप बने सामुदायिक शौचालय में भी ताला लटका मिला. उपयोग में शौचालय नहीं था. बात चाहें जो भी हो नगर परिषद क्षेत्र के सभी वार्डों में सामुदायिक शौचालय बना हुआ है. कई ऐसे शौचालय है, जिसका उपयोग नहीं होता है. हमेशा ताला ही लटके मिलता है. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि नगर परिषद दो साल पहले ओडीएफ हो चुका है. कुछ माह पहले लाखों खर्च कर रंग रोगन व बिजली के लिए वायरिंग हुआ, लेकिन आज अधिकतर शौचालय बदहाल होने से अनुपयोगी बना हुआ है. उपचेयरमैन विकास ठाकुर ने शौचालय की मरम्मत में अनियमितता को लेकर डीएम को जांच के लिए आवेदन दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है