बक्सर.
शहर में सोन नहर की जमीन पर अवैध कब्जा करने के मामले में केवल भूमाफिया ही नहीं सरकारी तंत्र भी शामिल हैं. बिना एनओसी लिये नगर परिषद ने शहर के पांस इलाका ज्योति चौक पर नियमों की अवहेलना कर एक तरफ तकरीबन 50 दुकान अवैध बनाकर उससे राजस्व वसूल रहा है. वहीं सोन नहर की 1019 जगहों पर भूमाफियों और सरकारी तंत्र ने मिलकर नियमों की अवहेलना कर अवैध कब्जा कर लिया है. जिसे लेकर सोन नहर विभाग को अधिकारी के द्वारा सदर सीओ को अतिक्रमण हटाने की सूचना लगातार दिया जा रहा है. लेकिन आश्चर्य की बात यह है अभी तक इस मामले में प्रशासनिक कार्रवाई कुछ नहीं हुआ. यह अलग बात है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गत दिनों सोन नहर प्रमंडल के एसडीओ से डीएम ने जवाब-तलब की. जिसमें कहा गया कि इतने दिन तक इसे क्यों नहीं बताया गया. वहीं सोन नहर के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि सदर एसडीओ ने भी इसे लेकर डांट-फटकार लगाया था. जबकि सरकार के गाइड लाइन के अनुसार किसी भी जलकर पर अतिक्रमण नहीं होने देने का दावा कर रहा है. लेकिन बाईपास रोड़ में नहर के किनारे पहले से ही लोगों ने अतिक्रमण किया है लेकिन अभी भी अतिक्रमणकारियों को कबजा करने का होड़ मचा हुआ है. शहर के रहने वाले त्रिभुवन पाण्डेय, शनि सिंह ने सवाल खड़ा किया कि जब सोन नहर विभाग के कर्मचारी ही मौखिक आदेश देकर अतिक्रमण करा रहे हैं. दूसरी तरफ अतिक्रमण करने की सूचना विभाग को दिया जा रहा है. संतोष कुमार ने कहा कि सोन नहर विभाग के कर्मचारियों के द्वारा मौखिक आदेश पर दुकान लगाया जा रहा है. जबकि इस संबंध में संबंध में सोन नहर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता धर्मेंद्र कुमार से बात करने की कोशिश की गयी तो उन्होंने अपने मोबाइल फोन पर जा रहे कॉल को रिसीव नहीं की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है