अनुमंडल अस्पताल में रैन बसेरा का निर्माण शुरू
अनुमंडल अस्पताल परिसर स्थित जीविका दीदी की रसोई के सामने नगर परिषद के द्वारा रैन बसेरा निर्माण का कार्य जारी है
डुमरांव
. अनुमंडल अस्पताल परिसर स्थित जीविका दीदी की रसोई के सामने नगर परिषद के द्वारा रैन बसेरा निर्माण का कार्य जारी है. बता दें कि कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए इस बार नगर परिषद शहर के दो स्थानों पर रैन बसेरा का निर्माण करा रहा है. एक रैन बसेरा प्रखंड कार्यलय स्थित परिसर में बनेगा, दुसरा अनुमंडल अस्पताल परिसर में निर्माण कार्य शुरू हो गया. निर्माण कार्य टेंडर के माध्यम से किया जा रहा है. रैन बसेरा साधारण टेंट में नहीं, बल्कि जर्मन हैंगर तकनीक से बनेगा. यह सबसे बेहतरीन तकनीक जर्मन हैंगर से बनने वाले एल्युमिनियम के रैन बसेरा काफी मजबूत होगा. यही नही आंधी-तूफान भी इसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता. अचानक बारिश हो जाए तो भी कोई समस्या नहीं होगी. यही नही इस रैन बसेरा में घरों की तरह आश्रित वासकर सकते है. इस रैन बसेरा में आश्रितों को सभी प्रकार की सुविधा पुरे साल भर मिलेगा. नप प्रशासन ने बताया की इसमें रहने के लिए बेड, पानी की व्यवस्था, लाईट, पंखा, शौचालय इत्यादि का व्यवस्था रहेगा. यह सुविधा केवल ठंड के लिए ही नही बल्कि अन्य दिनो में भी दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि जर्मन हैंगर तकनीक से बनने वाले रैन बसेरा का निर्माण 50-25 वर्ग सेमी में होगा. इसके चारो तरफ लोहे का पाईलिंग किया जाएगा. छत पूरी तरह से छाजन एल्युमिनियम का होगा. इसकी बनावट ऐसी होगी कि इसमें आना और बाहर निकलना बेहद आसान होगा. सुरक्षा की दृष्टि से भी यह काफी बेहतरीन होगा. नगर परिषद सभापति प्रतिनिधि सुमित गुप्ता ने बताया कि दोनों रैन बसेरा के निर्माण के लिए 80 लाख का टेंडर प्रकाशित किया गया था. अनुमंडल अस्पताल में कार्य शुरू हो गया है. बताया जा रहा है की इसकी डिजाइन अंग्रेजों के जमाने में बनने वाली इमारतों से मिलती-जुलती है. अंग्रेजी अक्षर के हाफ ए के आकार में बनने वाले इस टेंट में वेंटिलेशन का खास ख्याल रखा जाएगा, ताकि तेज हवा या तूफान भी चले तो बिना टेंट को क्षति पहुंचाए निकल सके. जमीन में पिलर खड़ा करने के एल्युमिनियम का आधार भी बनाया जाएगा. जिसे नटबोल्ट के सहारे कसा जाएगा. इस पर एल्युमिनियम के मजबूत पिलर खड़े होंगे और एल्युमिनियम की बीम लगेगी. विशेषज्ञों ने बताया कि एल्युमिनियम, लोहे की अपेक्षा हल्का होता है, लेकिन मजबूत होता है. अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि रैन बसेरा निर्माण से ठंड में लोगों को राहत मिलेगी.
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