बक्सर. बिहार संविदा एएनएम संघर्ष मोर्चा गोप गुट बक्सर के बैनर तले जारी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार व हड़ताल के 44वें दिन मंगलवार को भी जारी रहा. हड़ताली कर्मियों ने जिले भर के पीएचसी, सीएचसी पर उपस्थित होकर धरना प्रदर्शन किया. आरआई (टीकाकरण का दवा) का उठाव नहीं होने दिया. ओपीडी सेवा को बाधित कर दिया. मंगलवार को अधिकांश पीएचसी, सीएचसी पर सुबह से ही हड़ताली कर्मी जुट गई तथा कार्यों को बाधित कर दिया. संविदा कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में उपस्थित आम लोगों से भी सहयोग मांगा. अपने मांगों से उन्हें अवगत कराया. कर्मियों ने कहा कि जब तक एफआरएएस वापस नहीं लिया जाता है, समान काम समान वेतन लागु नहीं होता है, पांच माह का बकाया मानदेय भुगतान नहीं किया जाता है, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. कर्मियों ने कहां कि सरकार उनकी मांगों के प्रति असंवेदनशील है. यह केवल महिला सशक्तिकरण का ढोंग करती है. इसे हमारी मूलभूत सुविधाओं व सुरक्षा का जरा भी चिंता नहीं है. बहुत सारे स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य उप केन्द्र दुर दराज इलाकों में स्थित है, जहां आने-जाने का यातायात की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है. वहां नेटवर्क की सुविधा भी नहीं है. ऐसी स्थिति में तीन बार फेस अटेंडेंस लगाना कैसे संभव होगा. लेट लतीफ होने पर हमारी सुरक्षा का भी सवाल है. हमें टीकाकरण कार्य के लिए सुदूर ग्रामीण इलाकों में जाना पड़ता है. आने जाने में कभी कभार लेट होना स्वाभाविक है, तो फिर उस दिन के अटेंडेंस का क्या होगा. हमारी आंदोलन 44 दिन से जारी है, लेकिन आज तक सरकार के स्तर से कोई वार्ता नहीं किया जा रहा है. यह कहां का सुशासन है. आज के धरना प्रदर्शन का नेतृत्व डुमरांव में श्यामा कुमारी, नावानगर में सरिता कुमारी, ब्रह्मपुर में ममता कुमारी, चौसा में गुडी कुमारी, सिमरी में अनीता कुमारी, नावानगर में बबली कुमारी, केसठ में पायल कुमारी, चौगाई में ममता कुमारी, गीता मिश्रा आदि लोग कर रही थी.
संविदा एएनएम मोर्चा ने अस्पताल में ओपीडी सेवा किया बंद
राजपुर . प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत संविदा एएनएम मोर्चा के तत्वावधान में 42 वें दिन अस्पताल में ओपीडी सेवा पूरी तरह से बंद कर दिया गया .अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल कर प्रदर्शन कर रही मोर्चा की नेत्री सरिता कुमारी ने बताया कि समान काम समान वेतन के लिए बिहार संविदा एएनएम संघर्ष मोर्चा के महासंघ गोप गुट के आह्वान पर यह हड़ताल किया गया है. इतने दिनों बाद भी हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया है.मांग पूरा नहीं होने से नाराज कर्मियों ने सुबह 8:00 बजे अस्पताल परिसर पहुंच कर अस्पताल परिसर में तालाबंदी कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.अस्पताल पर दूर दराज गांवों से पहुंचने वाले मरीजों को वापस घर लौटना पड़ा. आपातकालीन सेवा संचालित रहा. डॉक्टर संतोष कुमार ने रोगियों की जांच कर दवा दिया. सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को लगने वाले टीकाकरण के लिए दवा का उठाव नहीं होने दिया गया. दवा का उठाव नहीं होने से मोर्चा की सदस्यों ने जमकर नारेबाजी करते हुए दवा को अस्पताल में ही रोक दिया. केंद्र तक दवा पहुंच नहीं होने से टीकाकरण पूरी तरह से बंद रहा.धरने पर बैठी कर्मियों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के तरफ से संचालित सभी योजनाओं में हमारी भागीदारी अन्य लोगों की तरह है. फिर भी वेतन बहुत कम है.दूर दराज गांवों में जाकर ड्यूटी करना काफी मुश्किल भरा काम होता है. ऐसे में विभाग ने फरमान जारी किया है कि ग्रामीण क्षेत्र में जाकर ऑनलाइन हाजिरी बनाना है.ऐसे में नेटवर्क की समस्या एवं कई तरह की समस्या होती है, जो ग्रामीण क्षेत्र में जाकर करना संभव नहीं है. यह हम लोगों के साथ प्रताड़ना है. संघ के तरफ से हम सभी मांग करते हैं कि समान काम के लिए समान वेतन मिलना चाहिए.इस मौके पर मौजूद संविदा कार्यरत एएनएम संध्या कुमारी, रंजू कुमारी, मुनि कुमारी, विभा कुमारी, दीपा कुमारी, खुशबू कुमारी, सविता कुमारी, आशा कुमारी सहित अन्य लोगों ने मांग किया कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं कर लिया जाता है. तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है