प्रभु श्रीराम का हुआ राज्याभिषेक

रामलीला समिति चौसा के तत्वाधान में आयोजित विजयादशमी महोत्सव के तहत चौसा बाजार रामलीला मंच पर रामलीला के तेरहवें दिन भरत-मिलाप व श्रीराम की राजगद्दी प्रसंग का मंचन किया गया

By Prabhat Khabar News Desk | October 18, 2024 9:44 PM

चौसा. रामलीला समिति चौसा के तत्वाधान में आयोजित विजयादशमी महोत्सव के तहत चौसा बाजार रामलीला मंच पर रामलीला के तेरहवें दिन भरत-मिलाप व श्रीराम की राजगद्दी प्रसंग का मंचन किया गया. जिसमें दिखाया गया कि वनवास समाप्त होने पर प्रभु श्रीराम के आयोध्या आने की सूचना भरत आशंकित हो सोचते है कि यदि राम अयोध्या नहीं आते है तो मुझे जीवित रहने का कोई हक नहीं. उधर श्रीराम के अयोध्या आने की खबर पुरे नगर में हनुमान ने फैला रखी है. पुरे राज्य में उत्सव मन रहा है.अगले दिन प्रभु श्रीराम लक्ष्मण, सीता, विभिषण, सुग्रीव संग नगर में प्रवेश करते है. चौदह वर्षों तक जिनकी राह निहारते रहे उन्हें देखकर भरत दौड़ते हुए उनके चरणों में गिर जाते है. श्रीराम भरत को उठा कर गले लगा लेते है. भरत अयोध्या की गद्दी की तरफ इशारा कर प्रभु राम से कहते है कि, भईया आपके नहीं रहने पर आपके चरण पादुका को सिंहासन पर रख रोज आपके आने का इंतज़ार करता रहा हूँ.अब आप अपनी राजगद्दी संभालिये. उक्त दृश्य को देख उपस्थित सैकड़ों दर्शकों की आंखे डबडबा गई. इसके बाद प्रभु श्रीराम को अयोध्या के राजा के रूप में ताजपोशी कर दी जाती है. इस प्रसंग के समय पुरा क्षेत्र जय श्रीराम की नारों से गूंज उठा. स्थानीय युवा कलाकारों के द्वारा मंचित रबिश जायसवाल की अध्यक्षता में चल रहे रामलीला में मुख्य भूमिका निभाने वाले कलाकारों को पुरस्कृत भी किया गया. रामलीला का सफल कराने में रामदास गुप्ता, उमेश सिंह, राजू कुमार, गुड्डू जायसवाल, चन्दन चौधरी, संजय चौरसिया, शैलेश सिंह, अशोक केशरी, भिखारी प्रजापति, सुरेन्द्र चौधरी आदि लोगों का सराहनीय योगदान रहा.

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