Coronavirus : पंजाब से लौटे नवविवाहितों की बक्सर रेलवे स्टेशन पर कोरोना की जांच
पंजाब से लौटने वाले कोरोना के छह संदिग्धों की जांच बिहार के बक्सर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार की देर रात की गयी. इनकी जांच निगेटिव मिलने पर प्रशासन ने इन्हें घर जाने की अनुमति दी.
बक्सर : पंजाब से लौटने वाले कोरोना के छह संदिग्धों की जांच बिहार के बक्सर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार की देर रात की गयी. इनकी जांच निगेटिव मिलने पर प्रशासन ने इन्हें घर जाने की अनुमति दी. उल्लेखनीय है कि बलिया जिला के सोहांव प्रखंड के उजियार सरैयां गांव के रहने वाले सोनू केसरी, दीपू केसरी, अंकुल केसरी, पूजा कुमारी, पिंकी और प्रतीक्षा पिछले 11 मार्च 2020 को बक्सर रेलवे स्टेशन से जम्मू के लिए रवाना हुए थे. ये सभी नवविवाहित जोड़े हैं.
भ्रमण के दौरान वे जम्मू के बाद हिमाचल और पंजाब भी पहुंचे हुए थे. 20 मार्च, 2020 को जालंधर कैंट से पंचाब मेल ट्रेन से वे बक्सर वापस लौटे. परिजनों को शक था कि कहीं ये सभी कोरोना से प्रभावित न हो. ऐसे में जिला प्रशासन से संपर्क कर इनके आने की सूचना दी गयी. नोडल पदाधिकारी आशुतोष कुमार राय ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच को लेकर रेलवे स्टेशन पर एंबुलेंस भेजा, जहां इसके एक्सपर्ट ने जांच कर निगेटिव बताया. तब कहीं सभी लोग उजियार सरैयां के लिए रवाना हुए.
अभी तक बक्सर जिले में एक भी मामले की पुष्टि नहीं
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बक्सर जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्कता बरत रही है. चूंकि, बक्सर जिला उत्तर प्रदेश के सीमा से काफी नजदीक है. इसलिए संक्रमण की रोकथाम को सतर्कता और भी ज्यादा जरूरी हो जाती है. जिला सिविल सर्जन डॉ .उषा किरण वर्मा ने बताया कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिले में जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं. इस दिशा में जिला सहित सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य कर्मियों को दिशा निर्देश दिया गया है.
सदर अस्पताल में 8 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार
जिला सदर अस्पताल में 8 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है ताकि किसी भी संदिग्ध मरीज को तुरंत इलाज और जांच की सुविधा उपलब्ध करायी जा सके. साथ ही सभी प्रखंड के प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों पर भी 2 से 4 बेड वाले आइसोलेशन वार्ड बनाये गये हैं. इन सभी वार्डों में 24 घंटे प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी, डाॅक्टर, एएनएम नियुक्त किये गये हैं. तथा सभी आइसोलेशन वार्डों पर आवश्यक दवाएं , मास्क सेनीटाइजर, दस्ताना, बुखार और सर्दी के लिए दी जाने वाली दवाएं उपलब्ध करायी गयी हैं.
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएस के) के चिकित्सक पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा जिले की सभी आशा आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ मिलकर घर घर जा कर कोरोना वायरस से संबंधित लक्षण और उससे बचाव के तरीके बता रही हैं.
अफवाह नहीं जागरूकता से ही होगा बचाव
जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षण साधारण सर्दी बुखार के सामान्य लक्षणों जैसे खांसी, बार-बार छींक आना, सांस फूलना से काफी मिलते जुलते हैं. इसलिए मामूली सर्दी जुकाम होने से भी लोगों में कोरोना होने का अफवाह डर का कारण बन गया है. किंतु कोरोना साधारण सर्दी बुखार या फ्लू से बिल्कुल अलग है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति में संक्रमण का लक्षण दिखने में औसतन 5 या ज्यादा से ज्यादा 14 दिन तक लग सकते हैं. जागरूकता के अभाव में ऐसे अफवाह नुकसानदायक सिद्ध हो सकते हैं. इसलिए घबराने की नहीं कोरोना के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूक होने तथा सावधानी बरतने की आवश्यकता है. वायरस से बचाव और जागरूकता फैलाने के लिए सभी प्रखंडों में चयनित अधिकारियों, ग्राममित्रों , एएनएम एवं चिकित्सकों तथा आशाओं को ट्रेनिंग दी गयी है.
कोरोना संक्रमण से बचने के उपाय…
•-आवश्यकता नहीं होने पर बाहर नहीं निकले.•-सर्दी जुकाम से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें या मास्क का प्रयोग करें.•-खुले और सार्वजनिक स्थान पर नहीं थूकें.•-सर्दी जुकाम से संक्रमित व्यक्ति से कम से कम 2 मीटर की दूरी रखें.•-खुद छींकते और खांसते समय वक्त साफ रूमाल से नाक को ढ़कें.•-यदि बुखार के साथ सर्दी है और सांस लेने में परेशानी हो रही है तो चिकित्सक से तुरंत मिलें.•-कहीं भी यात्रा करते समय हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखें , सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें.•-दिन में कम से कम 5 से 6 बार हाथों को अच्छी तरह से रगड़ कर साबुन या हैंड वाश से 20 सेकंड तक धोयें.•-हाथों को बिना साफ किये अपने आंख मुंह , नाक या कान स्पर्श नहीं करें•-मित्रों या संबंधियों से मिलने पर हाथ मिलने से बचें.•-अपने आस पास साफ सफाई रखें