बक्सर . शरद पूर्णिमा को लेकर विभिन्न गंगा घाटों पर अहले सुबह ही भक्ति गीतों के साथ भगवान के नामों के जयघोष से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया. श्रद्धालु गुरुवार की सुबह गंगा में स्नान कर दान की. हालांकि बुधवार की रात्रि में ही भगवान के गीतों व नामों के जयघोष से नगर के सभी महत्वपूर्ण गंगा घाट भक्तिमय हो गया. दूर दराज व अन्य जिलों एवं प्रदेशों से पहुंचे श्रद्धालु पूरी रात रामरेखाघाट गंगा घाट पर जमे रहे. वहीं एक बजे रात्रि के बाद स्नान कर दान पुण्य की. इसके साथ ही मां गंगा का पूजन अर्चन के साथ भगवान विष्णु का पूजन किया. उन्हें पालनों में गीत संगीत के माध्यम से झूला झूलाया. स्नान के लिए जिला के अलावा पडोसी जिला भोजपुर, रोहतास, भभुआ, पटना, बिहटा के साथ झारखंड और उतर प्रदेश से भी लोग नगर के रामरेखा घाट समेत अन्य गंगा घाटों पर पहुंच श्रद्धालु गंगा स्नान कर दान पुण्य की. शरद पूर्णिमा स्नान के लिए सर्वाधिक भीड नगर के धार्मिक एवं पौराणिक महता वाले रामरेखाघाट पर हुई. जहां रात एक बजे के बाद शुरू स्नान गुरुवार को दोपहर तक काफी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए जुटे रहे. पौराणिक मान्यता के अनुसार शरद पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है. शरद पू्र्णिमा के दिन गंगा स्नान, दीप दान, हवन, यज्ञ, वस्त्रदान करने से पाप और ताप से मुक्ति प्राप्त होता है. इसी पुण्य फल प्राप्ति की अभिलाषा में बक्सर गंगा तट पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी. कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान का विशेष महत्व दिया गया है. इसकी मान्यता को लेकर कई पौराणिक कथाएं है.बक्सर में उत्तरायणी गंगा होने की वजह से गंगा घाटों का विशेष महत्व हो जाता है. इसी कारण यहां पर दूर-दराज से श्रद्धालुओं का आने का सिलसिला लगा रहता है. हालांकि प्रशासन को भी इसको लेकर अलर्ट मोड में देखा गया.
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