बक्सर.
पोषाहार कार्यक्रम के तहत जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर नौनिहालों को गर्म पका-पकाया भोजन खिलाने के उद्वेश्य से सरकार ने एक गैस चूल्हा के लिए 1483 रुपये की दर से आवंटन है. मगर जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर बाजार से खरीदे गए सूर्चा कंपनी के एक गैस चूल्हा की कमी 260 रुपये लेकर 700 रुपये तक है.खबर छपने से बाग आइसीडीएस के निदेशक ने सभी डीएम को लिखा पत्र
बक्सर जिले में कुल 1870 आंगनबाड़ी केंद्रों पर गैस चूल्हा की आपूर्ति की गयी है. जिसमें गड़बड़झाला उजागर होने के बाद इसे गंभीरता से लेते हुए आइसीडीएस के निदेशक ने सूबे के सभी जिलाधिकारी को पत्र जारी किया है़ जिसमें कहा गया है कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर धुआं रहित ईंधन के लिए एसपीजी गैस कनेक्शन व चूल्हा क्रय एवं रिफलिंग की सुविधा उपलब्ध कराने संबंधी निर्गत दिशा- निर्देश का अनुपालन किया गया है. जिलों में आंगनबाड़ी केंद्रों पर एलपीजी गैस कनेक्शन की सुविधा एवं चूल्हा उपलब्ध कराने में अनियमितता मसलन आइएसआइ मार्क सहित चूल्हे का क्रय नहीं करने तथा रिफलिंग की राशि में भुगतान में अनियमितता संबंधित शिकायतें प्राप्त हो रही है. जिसके आलोक में सभी परियोजना कार्यालयों की सघन जांच व केंद्रों पर उपलब्ध कराए गए चूल्हे के नमूनों की जांच कराने की आवश्यकता है. ताकि इस संबंध में निर्गत दिशा-निर्देश के अनुसार गैस कनेक्शन के लिए एजेंसी नामित करने, रिफलिंग की राशि की भुगतान की निर्धारित प्रक्रिया, आइएसआइ मॉर्क सहित चूल्हे का क्रय किया जा रहा है या नहीं. यह सुनिश्चित किया जाये. इसके लिए जिला सतरीय पदाधिकारियों की स्वतंत्र टीम गठित कर सलंग्न चेकलिस्ट के अनुसार जिला अंतर्गत सभी परियोजनाओं में दिशा-निर्देश के अनुरूप गैस एजेंसी चयन, चूल्हे का क्रय एवं रिफरिंग की राशि के भुगतान की जांच करायी जाये. इसके लिए प्रत्येक जिला से पांच नमूना स्वरूप पांच चूल्हे सील बंद कर आइएसआइ प्रयोगशालाओं संलग्न सूची के अनुसार किसी एक प्रयोगशाला में गुणवत्ता की जांच के लिए भेजी जाए. साथ ही चूल्हे के नमूनों की जांच एवं ढुलाई में में होने वाले व्ययका वहन जिला प्रोग्राम कार्यालय के कार्यालय व्यय मद से किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है