बक्सर डीएमअंशुल अग्रवाल ने बुधवार को अल्पावास गृह का निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि कुल आठ संवासिनों को अभी वर्तमान में रखा गया है जिनमें से दो संवासिन बहुत दिनों से अल्पावास गृह में आवासित हैं. इस संबंध में आइसीडीएस के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि इन दोनों के संबंध में विभाग से पत्राचार कर नियमानुसार कार्रवाई की जाये. अल्पावास गृह में कुल स्वीकृत एवं कार्यरत बल के विरुद्ध तीन रिक्तियां पायी गयीं जिनके विरुद्ध नियोजन के लिए यथाशीघ्र आवश्यक कार्रवाई करने की जिम्मेदारी आइसीडीएस के डीपीओ को सौंपी गयी. इस क्रम में डीएम ने संवासिनों के बेहतर भविष्य के लिए सुझाव दिया. इसके लिए जीविका समूह के माध्यम से विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण अथवा समूह गठन कर जीविकोपार्जन के लिए कार्य के लिए विभाग से मंतव्य प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया. डीएम ने अल्पावास गृह प्रबंधन को किसी तरह की गड़बड़ी पर कार्रवाई करने की हिदायत दी. बताया गया कि संवासिनों की स्वास्थ्य जांच के लिए प्रतिनियुक्त महिला चिकित्सक द्वारा सप्ताह में एक दिन आकर उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाता है और आवश्यकतानुसार संवासिनों को सदर अस्पताल में ले जाकर उपचार किया जाता है.
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