अन्य राज्यों से मंगाये गये हार्वेस्टर के ड्राइवर व खलासी रखे जायेंगे आइसोलेशन वार्ड में
बक्सर ; कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के मद्देनजर शासन प्रशासन उन तमाम गतिविधियों पर नजर रखे हुए है. जिससे इसके फैलाव को रोका जा सके. यही कारण है कि महज चार दिन पहले जिले में अन्य राज्यों से मंगाये गये हार्वेस्टर के ड्राइवर व खलासी को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का डर प्रशासन […]
बक्सर ; कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के मद्देनजर शासन प्रशासन उन तमाम गतिविधियों पर नजर रखे हुए है. जिससे इसके फैलाव को रोका जा सके. यही कारण है कि महज चार दिन पहले जिले में अन्य राज्यों से मंगाये गये हार्वेस्टर के ड्राइवर व खलासी को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का डर प्रशासन को सताने लगा है. इसके कारण दूसरे राज्यों से जिले में आये हार्वेस्टर के ड्राइवर व हेल्पर को भी 14 दिनों तक क्वारेंटिन किया जायेगा. इन लोगों को गेहूं की कटनी कार्य से दूर रखने का फैसला जिला प्रशासन ने लिया है. वैसे ड्राइवर व हेल्पर जो बक्सर जिले में आ गये हैं, उन्हें पंचायत स्तरीय क्वारेंटिन सेंटर में रखने का निर्देश जिलाधिकारी ने जारी कर दिया है.
लिहाजा अब गेहूं की कटनी कार्य पर भी असर पड़ने की संभावना बढ़ गयी है. इसे लेकर किसानों को चिंता सताने लगी है. हालांकि जिला प्रशासन ने गेहूं की कटाई के लिए कंबाइंड हार्वेस्टर को चलाने के लिए स्थानीय ट्रक ड्राइवर जेसीबी मशीन चलाने वाले को स्थानीय कंबाइंड हार्वेस्टर के चालक प्रशिक्षण देंगे. प्रशिक्षण के लिए ट्रक चालकों व जेसीबी मशीन चालकों की सूची जिलाधिकारी ने सभी प्रखंडों से उपलब्ध कराने के लिए जिला कृषि पदाधिकारी व जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया है. साथ ही जिला कृषि पदाधिकारी को प्रखंडवार गेहूं की फसल का पूरी आंकड़ा उपलब्ध कराने का भी आदेश दिया गया है.निजी अस्पतालों को ले टीम गठितबक्सर.
जिला में निजी अस्पतालों व नर्सिंग होम खुला रखने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए जिलाधिकारी ने एक जांच टीम गठित की है. जांच टीम प्रतिदिन निजी नर्सिंग होम व निजी अस्पतालों की जांच करेगी. इस दौरान यह देखा जायेगा कि निजी अस्पताल व नर्सिंग होम खुल रहे हैं अथवा नहीं. अस्पतालों के नहीं खुलने पर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी.बुखार, खांसी व श्वांस की दवा लेने वालों की पहचान में जुटी प्रशासनबक्सर.दिनोंदिन कोरोना वायरस के बढ़ रहे मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन ने जिले में अब वैसे लोगों की पहचान करने में जुट गयी है जो किसी मेडिकल की दुकान या निजी अस्पतालों से सर्दी, खांसी, बुखार व श्वांस की दवा हाल फिलहाल खरीदे हैं.
इन लोगों की पहचान करने के लिए जिलाधिकारी ने सभी दवा दुकानों के विक्रेता, सभी निजी रजिस्टर्ड प्रैक्टिशनर, सभी निजी नर्सिंग होम के संचालक एवं सभी निजी अस्पताल के प्रबंधक को आदेश दिया है कि वे अपने दुकानों, नर्सिंग होम, निजी अस्पतालों में पंजी संधारित करें. उक्त पंजी में आने वाले ऐसे मरीजों के संबंध में सूचना यथा नाम, पता एवं मोबाइल नंबर अंकित करें. जिनमें बुखार, सर्दी, खांसी, श्वांस लेने में परेशानी हो रही है अथवा संदिग्ध कोविड-19 के संदर्भ में कोई लक्षण हो तो वैसे लोगों की जानकारी जिला आपदा बक्सर शाखा समेत सिविल सर्जन कार्यालय को उपलब्ध कराया जाये.