स्टेशन रोड पर डिवाइडर से टकराया इ-रिक्शा, चार जख्मी
गुरुवार की सुबह करीबन नौ बजे बक्सर स्टेशन के ठीक सामने डिवाइडर में टकरानें से ई-रिक्शा में सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. एक व्यक्ति का हाथ टूट गया
बक्सर. गुरुवार की सुबह करीबन नौ बजे बक्सर स्टेशन के ठीक सामने डिवाइडर में टकरानें से ई-रिक्शा में सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. एक व्यक्ति का हाथ टूट गया. जबकि दूसरे यात्री के सिर में चोट लगी. जिस कारण सड़क पर खून गिरने लगा. हालांकि मौकेे पर उपस्थित लोगों ने घायल सभी लोगों को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया. वही बिना नंबर के पलटी मारी ई-रिक्शा का चालक वाहन लेकर फरार हो गया. घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जुट गयी. रोड ई-रिक्शा से जाम हो गया. गौरतलब है कि स्टेशन परिसर के बाहर बेतरतीब ढंग से ऑटो खड़ा कर दिये जाने के कारण यहां हमेशा जाम लगा रहता है. जिस कारण विभिन्न ट्रेनों से उतरे यात्रियों समेत ट्रेन पकड़ने वाले लोगों को फजीहत का सामना करना पड़ता है. जाम के कारण यात्रियों और ऑटो चालकों के बीच आयेदिन हो-हंगामा भी होते रहता है. यात्रियों की माने तो ऑटो चालक स्टैंड में वाहन न खड़ा कर स्टेशन परिसर के बाहर बीच सड़क पर ही वाहन खड़ा कर देते हैं. लोगों का कहना है कि टेम्पो चालको की मनमानी कम नंही होने के कारण यहां हर समय जाम का नजारा कायम रहता है. जो कम होने का नाम नहीं ले रहा है. जिसके चलते हमेशा राहगीर व अन्य वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस जाम से परेशानी झेल रहे राहगीरों ने बताया कि कि टेम्पो चालक बीच सङक पर ही अपने वाहनों को तितर-बितर करके खड़ा कर देते हैं. जिसके चलते हमेशा जाम लग जाता है और परेशानियों का सामना करना पङता है. लोगों ने बताया कि ऑटो चालकों की मनमानी के कारण ट्रेंने छूट जाती हैं. वही स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि इस समस्या के वजह से बाजार में खरीदारी करने आने वाले लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पङती है. जबकि यह सड़क हमेशा व्यस्त रहता है. बताया जाता है कि जब रेलवे के अधिकारियों का आगमन होने को होता है तो उस दिन स्टेशन के बाहर एक भी ऑटो नहीं दिखता है. इधर इस बाबत बक्सर आरपीएफ इंसपेक्टर दीपक कुमार ने कहा कि ऑटों चालकों की मनमानी पर रोक लगाने के लिये समय-समय पर आरपीएफ द्वारा अभियान चलाया जाता है. मगर जब्त ऑटों रिक्शा जुर्माना की राशि देकर छूट जाते हैं. आरपीएफ इंसपेक्टर का कहना है कि यदि जिला परिवहन विभाग और यातायात पुलिस जब तक ऑटो के परिचालन पर ध्यान नहीं देंगे, ऑटों चालकों की मनमानी कम नहीं हो सकती. नौनिहालों के हाथ में स्टेयरिंग स्टेशन रोड से शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से लेकर बलिया जाने वाले ऑटो चालक में अधिकांश नौनिहाल है. अधिकांश ऑटों कम उम्र के बच्चे चलाते मिल जायेंगे. जिसकी जांच कभी भी परिवहन विभाग नहीं करता है. जबकि इन नौनिहालों के हाथों में ऑटो का स्टेयरिंग होने के कारण आयेदिन किराया को लेकर भी राहगीरों से तू-तू, मैं-मैं होते रहता है. किसी भी ऑटो पर किराया से संबंधित रेट चार्ट नहीं चस्प रहता हैं. जिस कारण ऑटो चालक यात्रियों से मनमाना किराया भी वसूलते है.
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