फाइल- 12- फरार चल रहे दो किसानों के घर प्रशासन ने की कुर्की जब्ती

फरार चल रहे दो किसानों के घर प्रशासन ने की कुर्की जब्ती की कारवाई

By Prabhat Khabar News Desk | August 28, 2024 5:45 PM

28 अगस्त- फोटो- 11- बनारपुर में कुर्की जब्ती करते पुलिसकर्मी. चौसा. निर्माणाधीन थर्मल पावर प्रोजेक्ट 1320 मेगावाट के तहत प्रभावित किसानों के आंदोलन से जुड़े बनारपुर गांव के दो किसानों के घर बुधवार को प्रशासन द्वारा कुर्की जब्ती की करवाई की गयी. सुबह भारी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंचे अधिकारियों ने दोनों किसानों के घर का दरवाजा और खिड़की उखाड़ लिया. पुलिस बल के साथ बक्सर सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा और डीएसपी धीरज कुमार के नेतृत्व में बनारपुर गांव में किसानों के घर की गयी कुर्की जब्ती की कार्रवाई मुन्ना तिवारी और अंशू चौबे के यहां की गयी है. बताया जा रहा है कि दोनों कोर्ट से वारंट जारी होने पर भी ये लोग हाजिर नहीं हो रहे थे. इसके बाद कोर्ट के आदेश पर कुर्की जब्ती की करवायी की गयी. बनारपुर गांव के निवासी मुन्ना तिवारी और अंशु चौबे वारंट के बाद हाजिर नहीं हुए. इसके बाद कोर्ट के आदेश पर दोनों लोगों के घर पर हाजिर होने के लिए पर्चा चिपकाया गया था लेकिन इसके बावजूद दोनों ने ना कोर्ट में सरेंडर किया और ना ही किसी थाना में अपनी गिरफ्तारी दी. बता दें कि 17 अक्टूबर 2022 से चौसा में 1320 मेगावॉट थर्मल पॉवर के निर्माण में अधिग्रहण की गयी किसानों की भूमि का मुआवजा और कम्पनी की पॉलिसी के अनुसार प्रभावित क्षेत्र में विकास कार्य स्थानीय युवाओं को रोजगार आदि मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे. 20 मार्च 2023 को जिला प्रशासन द्वारा किसानों को बल पूर्वक थर्मल पावर के मेन गेट से हटाने के बाद बनारपुर, मोहनपुरवां और कोचाढ़ी गांव में तोड़ फोड़ किया गया. जिसमें पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में बक्सर सदर डीएसपी और उस समय के तत्कालीन मुफस्सिल थानाध्यक्ष घायल भी हुए थे. दर्जनों पुरुष महिला किसानों की भी हालत गंभीर हो गया था. घटना के बाद प्रशासन द्वारा 35 से ज्यादा किसानों पर नामजद और 300 अज्ञात किसानों पर एफआईआर दर्ज कर सरकारी काम में बाधा, धारा 144 का उल्लंघन, पुलिस अफसरों पर जानलेवा हमला आदि का आरोप लगाया गया था. जिसके बाद छापेमारी कर अधिकतर नामजद किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. जबकि अंशु चौबे और मुन्ना तिवारी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. कोर्ट में हाजिर होने के लिए दरवाजे पर पांच महीने पहले पर्चा चिपकाया गया था. उसके बाद भी हाजिर नहीं होने पर बुधवार को भारी संख्या में पहुंची पुलिस ने कुर्की जब्ती की करवाई की गयी. मुफ्फसिल थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद भी हाजिर नहीं होनेवाले दो लोगों के यहां कुर्की जब्ती की कार्रवाई की गयी है. कुर्की की कार्रवाई की सूचना पर बुधवार की दोपहर मुन्ना तिवारी ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है. जिसकी जानकारी मिलते ही मुन्ना तिवारी के घर से जब्त सभी सामग्री उसके घर छोड़ दिया गया है. जबकि अंशु चौबे के घर कुर्की जब्त किया गया है.

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