अगलगी से पांच घर जल कर राख
उमरपुर गांव में शुक्रवार की देर रात आग लगने से आधा दर्जन झोपड़ीनुमा घर जलकर राख हो गये.
बक्सर. उमरपुर गांव में शुक्रवार की देर रात आग लगने से आधा दर्जन झोपड़ीनुमा घर जलकर राख हो गये. अगलगी में अवधबिहारी चौधरी और नारद मांझी की आठ बकरियां झुलसकर मर गयी हैं. इसके साथ तीन अन्य फलहरी राम, छठु मांझी और राजकुमार राम की झोपड़ी भी जलकर राख हो गया. अगलगी की घटना के एक घंटा बाद फायरब्रिगेड की तीन वाहनें पहुंची. तब तक झोपड़ीनुमा घर में रखे सभी सामान जल गये थे. इस घटना में तकरीबन दस लाख की सामान नष्ट हो गये. पीड़ितों ने बताया कि खाना खाने के बाद वे लोग अपनी-अपनी झोपड़ियों में खाना खा रहे थे. इसी बीच तकरीबन 8 बजे रात को झोपड़ी से आग की धुंआ निकालने लगी . देखते ही देखते धुंआ चिंगारी में बदल गया . अगलगी का आभास होते ही लोग झोपड़ियों से निकलकर अपनी जान बचाएं, इसकी सूचना मिलते ही ग्रामीण व अग्निशमन दस्ता मौके पर पहुंचकर किसी तरह आग पर काबू पाया.
दाने-दाने को मोहताज हुए अग्नि पीडित:
अगलगी में सबकुछ खाक होने के कारण अग्नि पीड़ित दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं. घर समेत उसमें रखे गए सभी सामान जलकर भस्म हो गए हैं. वहीं उनके घर में रखे मोटरसाइकिल समेत अन्य सामान भी जल गये. जिसके चलते उनके सामने भुखमरी की स्थिति बन गयी है.
इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश राय, चंद्रशेखर यादव ने कहा कि अग्नि पीड़ित मल्लाह समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. वे लोग गंगा नदी में मछली मारकर उसी को बेचकर गुजारा करते हैं. अगलगी में उनका सबकुछ जल जाने के कारण वे भोजन तक के लिए मोहताज हो गए हैं. ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा उन्हें जल्द मुआवजा मुहैया कराया जाए, ताकि उनके सामने भुखमरी की समस्या से निजात मिले.अगर समय पर आ जाता फायर ब्रिगेड की गाड़ी तो स समय आग पर काबू पा लिया जाता
सदर अंचल पदाधिकारी प्रशांत शांडिल्य ने बताया कि अग्नि पीड़ितों को चिन्हित राजस्व कर्मचारियों के द्वारा कर लिया गया है. जिसमें पांच लोगों की झोपड़ियां जलने की पुष्टि हुई हैं. राहत के तौर पर तत्काल उन्हें रहने के लिये तिरपाल उपलब्ध कराया गया है. कागजी प्रक्रिया पूरी कर उन्हें 12-12 हजार रूपये की राशि मुहैया कराई जा रही है. पीड़तों ने बताया कि अगलगी में फलहरी राम,राजकुमार राम, अवध बिहारी माझी,नारद माझी,छठू माझी प्रभावित हुए हैं.
बिटिया की शादी का अरमान राख में दफन
अगलगी की घटना में एक गरी की बिटिया की धूमधाम से शादी करने का अरमान जलकर राख हो गया, नारद माझी का पुत्री का विवाह 30 अप्रैल को होने वाला है. विवाह की तैयारियां चल रही थी. इसके लेकर घर में जेवरात व सामान वगैरह रखे गए थे. लेकिन अगलगी में सभी सामान जल गए, अब उन्हें बारातियों को खिलाने-पिलाने व स्वागत की चिंता सता रही है. उनका कहना था कि वे वर्षों से एक-एक पैसे की बचत कर कुछ सामान वगैरह की खरीदारी किए थे, ताकि अपनी बिटियां की शादी धूमधाम से करेंगे, लेकिन सबकुछ जलकर खत्म हो गया .