बक्सर. उतार-चढ़ाव के साथ बढ़ रहे गंगा का जलस्तर स्थिर हो गया है. जिससे जिले के तटवर्ती इलाके में फिलहाल बाढ़ का खतरा टल गया है. तकरीबन एक सप्ताह से कभी एक सेमी तो कभी दो सेमी प्रति घंटे के हिसाब से जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही थी. जिससे गंगा का जलस्तर बढ़ते हुए रविवार की सुबह 8 बजे 51.56 मीटर पर पहुंच गया है. केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को पूर्वाह्न 8 बजे बक्सर में गंगा का जलस्तर 51.42 मीटर था. फिर कुछ घंटे तक 14 सेंटीमीटर बढ़ने के बाद जलस्तर स्थिर हो गया. जलस्तर में यह ठहराव रविवार को दोपहर बाद तक दर्ज किया गया. तत्पश्चात शाम 5 बजे मामूली वृद्धि के साथ गंगा का जलस्तर 51.58 मीटर हो गया. इस बीच बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी जलस्तर पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. विभागीय अधिकारियों की माने तो तटबंध की निगरानी की जा रही है. फिलहाल तटबंध को कोई खतरा नहीं है. क्योंकि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से काफी दूर है और पानी में बढ़ोतरी का क्रम काफी धीमा है. इस बीच जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने शनिवार को बक्सर-कोइलवर तटबंध का मौका-ए-मुआयना किया. इस क्रम में डीएम ने बाढ़ प्रमंडल के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया और तटबंध के कमजोर जगहों को चिन्हित कर उसकी मरम्मत करने की जवाबदेही सौंपा. तकरीबन एक पखवाड़ा से गंगा का जलस्तर बढ़ने का सिलसिला चल रहा है. क्योंकि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से काफी दूर है और पानी में बढ़ोतरी का क्रम काफी धीमा है. इस बीच जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने शनिवार को बक्सर-कोइलवर तटबंध का मौका-ए-मुआयना किया. परंतु अभी तक खतरे के निशान से 8.74 मीटर नीचे गंगा का पानी बह रहा है. जाहिर है कि बक्सर में चेतावनी बिंदू 59.32 मीटर और खतरे का निशान 60.32 मीटर निर्धारित है. वही गंगा की सहायक नदियों में भी पानी का टोटा दिख रहा है. ऐसे में जिले में दूर-दूर तक अभी बाढ़ का कोई खतरा नहीं दिख रहा है.
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