दो दिनों तक बढ़ने के बाद गंगा का जलस्तर फिर थमा
तकरीबन दो दिनों तक गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी के बाद गुरुवार को स्थिर हो गया है
बक्सर. तकरीबन दो दिनों तक गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी के बाद गुरुवार को स्थिर हो गया है. जिससे बाढ़ की संभावना पर एक बार फिर विराम लग गया है. जिससे गंगा के कछारी इलाके के लोगों ने राहत की सांसें ली हैं. हालांकि इस मानसूनी मौसम में गंगा के जलस्तर में उछाल को लेकर कुछ भी कहना संभव नहीं है. केंद्रिय आयोग की रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को पूर्वाह्न 8 बजे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ते हुए गंगा का जलस्तर 54.980 मीटर पर पहुंच गया था. जबकि 4 घंटे में 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से 27 जुलाई शनिवार को पूर्वाह्न 8 बजे गंगा का जलस्तर नीचे खिसककर 52.940 मीटर पर पहुंच गया था. दूसरी ओर जिले में बारिश नहीं होने से ठोरा व कर्मनाशा आदि सहायक नदियों में भी पानी का अभाव है. ऐसे में फिलहाल जिले के किसी भी क्षेत्र में बाढ़ की कोई खतरा नहीं है. वैसे जिला प्रशासन बाढ़ की संभावना को लेकर पूरी तरह सतर्क है और गंगा के जलस्तर से लेकर राहत की तैयारियों पर नजर बनाए हुए हैलेकिन दो घंटे बाद पूर्वाह्न 10 बजे तक 54.99 मीटर पर पहुंचकर जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला पूरी तरह थम गया. जलस्तर का यह आंकड़ा देर शाम तक स्थिर रहा. जिसपर आयोग एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग लगातार नजर बनाए हुए है. इससे पूर्व बुधवार को 4 घंटे तक 4 सेंटीमीटर के हिसाब से बढ़ते हुए गंगा का पानी 54.420 मीटर पर बह रहा था. जबकि 4 घंटे में 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से 27 जुलाई शनिवार को पूर्वाह्न 8 बजे गंगा का जलस्तर नीचे खिसककर 52.940 मीटर पर पहुंच गया था. दूसरी ओर जिले में बारिश नहीं होने से ठोरा व कर्मनाशा आदि सहायक नदियों में भी पानी का अभाव है. ऐसे में फिलहाल जिले के किसी भी क्षेत्र में बाढ़ की कोई खतरा नहीं है. वैसे जिला प्रशासन बाढ़ की संभावना को लेकर पूरी तरह सतर्क है और गंगा के जलस्तर से लेकर राहत की तैयारियों पर नजर बनाए हुए है.
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