चार सेंटीमीटर प्रति घंटे के हिसाब से बढ़ रहा है गंगा का जल स्तर
स्थिर रहने के बाद गंगा का जल स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है. इससे जिले के तटवर्ती इलाके के लोगों की बाढ़ की चिंता सताने लगी है
बक्सर. स्थिर रहने के बाद गंगा का जल स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है. इससे जिले के तटवर्ती इलाके के लोगों की बाढ़ की चिंता सताने लगी है. क्योंकि इस बार जलस्तर में बढ़ोतरी की रफ्तार काफी तेज है. जबकि पहले गंगा का पानी धीरे-धीरे बढ़ रहा था. जिसके मुताबिक गंगा का जलस्तर प्रति घंटा 4 सेंटीमीटर की दर से बढ़ रहा है. जबकि पिछले सप्ताह तक कभी एक सेमी तो कभी दो सेमी प्रति घंटे के हिसाब से जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही थी. मंगलवार को दर्ज आंकड़े के मुताबिक पूर्वाह्न 3 बजे से गंगा का जलस्तर 4 सेमी के हिसाब से बढ़ते हुए पूर्वाह्न 5 बजे तक 52.80 मीटर हो गया था. जबकि सुबह 8 बजे जलस्तर 52.50 मीटर दर्ज किया गया था. फिर जलस्तर स्थिर हो गया था. जलस्तर में यह ठहराव रविवार को दोपहर बाद तक दर्ज किया गया. इसके बाद शाम 5 बजे मामूली वृद्धि के साथ गंगा का जलस्तर 51.58 मीटर हो गया था.इससे पहले रविवार की गंगा का जलस्तर सुबह 8 बजे 51.56 मीटर तथा शनिवार को पूर्वाह्न 8 बजे 51.42 मीटर था. फिर जलस्तर स्थिर हो गया था. जलस्तर में यह ठहराव रविवार को दोपहर बाद तक दर्ज किया गया. इसके बाद शाम 5 बजे मामूली वृद्धि के साथ गंगा का जलस्तर 51.58 मीटर हो गया था. बाढ़ नियंत्रण विभाग मुस्तैद बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी जलस्तर वृद्धि पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. विभागीय अधिकारियों की माने तो तटबंध की निगरानी की जा रही है. फिलहाल तटबंध पर पानी का कोई दबाव नहीं है. क्योंकि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से अभी 7.52 मीटर दूर है. वही गंगा की सहायक नदियों में भी पानी का टोटा दिख रहा है और बारिश भी थमी हुई है. जाहिर है कि बक्सर में चेतावनी बिंदू 59.32 मीटर और खतरे का निशान 60.32 मीटर निर्धारित है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है