बक्सर. लाल निशान के नजदीक पहुंचने के बाद गंगा का जलस्तर घटने लगा है. जिससे जिले में फिलहाल बाढ़ का खतरा टल गया है और गंगा के कछारी इलाके के लोगों में राहत की उम्मीद जग गई है. तकरीबन 24 घंटे तक स्थिर रहने के बाद शनिवार की सुबह 08 बजे जलस्तर में 02 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गयी. गंगा का उच्चतम जलस्तर 59.49 मीटर पर पहुंचने के बाद स्थिर हो गया था. केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार की प्रात: 4 बजे से शाम 4 बजे तक जलस्तर में मात्र 10 सेंटीमीटर की कमी आई है. हालांकि हालांकि गंगा का पानी अभी भी वार्निंग लेवल से ऊपर बह रहा है. बक्सर में वार्निंग लेवल 59.32 मीटर तथा खतरा का निशान 60.32 मीटर निर्धारित है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक प्रयागराज एवं वाराणसी में भी गंगा का जलस्तर घट रहा है. जिसका असर बक्सर में भी दिखने लगा है. हालांकि जलस्तर घटने की रफ्तार काफी धीमी है. गंगा के जलस्तर में भले ही कमी आ रही है, लेकिन उसका असर धरातल पर अभी नहीं दिख रहा है. हाल यह है कि शहर स्थित घाटों की सीढ़ियां अभी भी पानी में डूबी हुई हैं और रामरेखाघाट स्थित विवाह मंडप पूरी तरह जलमग्न है. गंगा में नावों का परिचालन भी पूरी तरह ठप है. वही गंगा के पानी का दबाव बनने से सहायक नदियों में भी उफान आ गया है. जलस्तर में दस सेमी की आयी है कमी सीडब्लूसी की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को पूर्वाह़्न 06 बजे 59.49 मीटर पर जलस्तर स्थिर हो गया था. यह स्थिति शनिवार की सुबह तक बनी रही. इसके बाद पूर्वाह्न 08 बजे 02 सेंटीमीटर घटकर जलस्तर 59.47 मीटर हो गया. दोपहर 12 बजे से 1 सेमी के हिसाब से जलस्तर घटने का सिलसिला जारी हुआ. जो शाम 4 बजे तक 10 समी घटकर 59.39 मीटर हो गया था.
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