Buxar News: सड़कों से नहीं उठा कूड़ा, फैली गंदगी

Buxar News: गुरुवार की सुबह सफाई कर्मचारी अपने तीन माह के बकाये वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गये

By Prabhat Khabar News Desk | February 13, 2025 9:58 PM

बक्सर

. गुरुवार की सुबह सफाई कर्मचारी अपने तीन माह के बकाये वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गये. जिस कारण सड़कों पर जगह-जगह कचरे का अंबार लग गया. अपनी मांगों को लेकर सफाई कर्मचारी यूनियन के नेता सह वार्ड नंबर 39 के वार्ड पार्षद मोहन उपाध्याय के नेतृत्व में नगर थाना के समीप पहुंचकर विरोध प्रदर्शन की. नप के खिलाफ जमकर नारेबाजी. सफाई कर्मचारियों के नेता मोहन उपाध्याय ने कहा कि सफाई कर्मचारियों का पीएफ नहीं मिल रहा है. तीन-तीन माह का बकाया बाकी है. पैसा नहीं मिलने के कारण कर्मचारी भूखमरी के कगार हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग इन तमाम मांगों को लेकर 15 को बक्सर दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर ज्ञापन देंगे. विरोध प्रदर्शन करने वाले सफाई कर्मचारियों ने कहा कि नया एनजीओ काम करा रहा है. समय से पैसा नहीं देने के कारण हम लोग हड़ताल पर हैं. इधर शहर में कई वार्डों से कचरा नहीं उठा. जिस कारण जगह-जगह फैले गंदगी से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी. हालांकि इस संबंध में नप के इओ आशुतोष कुमार गुप्ता ने कहा कि सफाई कर्मचारियों का हड़ताल समाप्त हो गया. उनकी बकाया राशि का भुगतान करने का निर्देश जारी कर दिया गया है. गुरुवार की दोपहर से सड़कों पर

फैले कचरे को हटाया गया.

शहर की सफाई व्यवस्था पर हर माह खर्च होगा 1 करोड़ 15 लाख रुपये

शहर की सफाई पर पहले हर माह 80 लाख रुपये खर्च होता था, अब वह खर्च बढ़कर हर माह 1 करोड़ 15 लाख रुपये हो गया है. हालांकि इसका एग्रीमेंट अभी हुआ नहीं है. मगर नए एनजीओ ने 4 फरवरी से सफाई का काम संभाल लिया है. जबकि जिस एनजीओ को 4 फरवरी से शहर की सफाई का जिम्मा मिला हैं. उसका मामला जिला लोक शिकायत में चल रहा है. जिसकी अगली सुनवाई 19 फरवरी को है. जिसे लेकर आरोप है कि सफाई करने वाली एनजीओ को टेंडर देने में नियमों की अवहेलना की गयी है. आरटीआइ कार्यकर्ता शिवप्रकाश राय ने नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव को दिए पत्र में जिक्र किया है कि नगर परिषद बक्सर की निविदा में एजेंसी का चयन करने में धांधली की गयी है. जिसमें कहा गया है कि जिम पोर्टल पर आमंत्रित निविदा में लायन सिक्योरिटी गार्डन सर्विसेस के साथ अन्य एजेंसी भाग लिया. तकनीकी बीड में एवं फाइनेंसियल बीड में लायन्स सिक्योरिटी गार्डस एजेंसी सर्विसेस एल-प्रथम स्थान प्राप्त किया. मगर नप के इओ द्वारा कोई कारण बताए निविदा को रद् कर दिया गया. और दोबारा 2 जनवरी को नई निविदा बीड पर निकाला गया. जिससे लायन सिक्योरिटी गार्डस सर्विसेस को डिस्क्वालिफाई किया जा सकें और अपने खास एजेंसी को काय्र आवंटित किया जा सकें. जबकि उकत टर्म कंडीशन में बदलाव करने के लिए इओ सक्षम प्राधिकार नहीं हैं. साथ ही इओ संवेदक का टीम अपने साथ रखे हुए हैं. उसी को काम मिले, उसके अनुसार टर्म कंडीशन बदलते रहते हैं. जिसकी जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग की गयी है.हालांकि इस संबंध में नप के इओ आशुतोष कुमार ने कहा कि 19 फरवरी को जिला लोक शिकायत में जिस एजेंडी को टेंडर दिया गया है. उसके बारे में अपना पक्ष रखा जाएगा.

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