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नारियल की खेती के लिए सरकार दे रही सब्सिडी

जिले में अब नारियल की खेती से किसानों की आय बढ़ाने की कोशिश की जा रही है

फाइल-7- मालामाल बनाने वाली खेती: एक बार लगाएं सालों तक बंपर कमाएं, सरकार दे रही सब्सिडी

– जलवायु नारियल की खेती के लिए अनुकूल, अनुदानित दर पर मिल रहा है नारियल के पौधा

6 अगस्त- फोटो -5- पौधा वितरण करते पदाधिकारी व कर्मचारी

बक्सर. जिले में अब नारियल की खेती से किसानों की आय बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए नारियल के पौधे लगाने पर उद्यान विभाग द्वारा 75 फीसदी अनुदान दिया जा रहा है .बक्सर नारियल की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार ने एक नई योजना शुरू की है. इस योजना के तहत, सरकार किसानों को नारियल के पौधे मुहैया करा रही है और उस पर 75 प्रतिशत तक अनुदान भी दे रही है . उद्यान पदाधिकारी किरण भारती ने बताया कि कृषि के क्षेत्र में जिले को नए-नए चीज मिल रहे हैं और नए-नए तरीके की खेती पर भी जोड़ दिया जा रहा है, ऐसे में ही अब नारियल की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने यह योजना निकाली है कि प्रत्येक व्यक्ति अभी पांच पांच पौधे को लगाएं और उसे पर 75 प्रतिशत सरकार के द्वारा अनुदान दिया जा रहा है.जिले में 800 लक्ष्य पौधों का दिया गया है. प्रखंड उद्यान पदाधिकारी शिवकुमार ने बताया कि नारियल काफी दिनों तक फलने वाला पौधा है. ऐसे में अभी सरकार के द्वारा काम से कम पांच पौधे दिए जा रहे हैं. आने वाले समय में अगर यहां इसकी खेती सक्सेस रही तो बड़े पैमाने पर करने की तैयारी भी चल रही है, क्योंकि अक्सर हम लोग अभी भी हर एक घर के दरवाजे पर एक नारियल का पेड़ देखते हैं. पूर्वजों की माने तो दरवाजे पर नारियल का पेड़ घर की शोभा को बढ़ाता था. लेकिन अब लोग धीरे-धीरे इस परंपरा को छोड़ते आ रहे हैं, और घर पर पौधा नहीं लगा रहे हैं. जिले में भी नारियल के खेती को मिलेगा बढ़ावा. जिले में भी नारियल की खेती को बढ़ावा मिले इसको लेकर जिलों को सभी प्रखंड में नारियल के खेती के लिए अनुदान राशि दी जा रही है. मिली विभागीय जानकारी के अनुसार जिले के 800 पौधा का लक्ष्य मिला था जिसमें लगभग 500 पौधा का वितरण कर दिया है. इस योजना के लाभ लेने के लिऐ किसान के पास किसान पंजीयन कार्ड, आधार कार्ड, जमीन का दस्तावेज होना अति आवश्यक होगा.Horticulture.bihar.nic.in पर कर सकते हैं आवेदन

उन्होंने बताया कि इसमें पहले आओ पहले पाओ के तर्ज पर पौधे का वितरण किया जा रहा है . 800 पौधे का लक्ष्य है जिसके लिए किसानों से Horticulture.bihar.nic.in पर फल विकाश योजना अंतर्गत आवेदन लिया गया था . उसके बाद पोर्टल बंद होने के बाद पहले आओ पहले पाओ के तर्ज पर सभी किसानों को चयनित कर और उन्हें इसका लाभ दिया जा रहा है .

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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