डुमरांव. ट्रेनिंग स्कूल के पास लगा जलमीनार से नया थाना तक जलापूर्ति की जाती है. पिछले दो वर्षो से सड़क के किनारे टोटी में भी पानी नहीं आ रहा है. थाना के पास जब पानी पाइप से गिरता है, तब कहीं जाकर पानी भरना पड़ता है. जलमीनार में पानी भरने के बजाय सीधे मोटर से जलापूर्ति हो रही है. शुक्रवार की शाम से जलापूर्ति बाधित है. अभी तक पानी की दो बूंद थाना के गेट तक नहीं पहुंचा है. लगभग 50 वर्षों से भी ज्यादा समय से जलापूर्ति की समस्या स्टेशन रोड के लोग जूझते आ रहे हैं. नगर में कई जलमीनार हो गया, लेकिन जलापूर्ति की समस्या ज्यों की त्यो बरकरार है. मुहल्ले के लोगों द्वारा बताया गया कि कुछ लोग चेकवाल्व को बंद कर थाना के तरफ जलापूर्ति का प्रेशर कम कर दिए हैं. जिससे कही तीन फीट तक ऊंचा पानी गिरता है, कही सड़क तक भी पानी नहीं गिर रहा है. ओम ज्योति भगत ने बताया कि पानी को लेकर मुहल्ले के लोग अक्सर परेशान रहते हैं, जो पानी टंकी पर निर्भर है, घर में चापाकल, समरसेबल नहीं है. उन्हें अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है. दूसरे घर से पानी लेकर घरेलू कार्य करने को विवश रहते है. वहीं नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 23 में बोरिंग और चापाकलों के पानी का जलस्तर खिसकने से वार्ड के लोगों की मुश्किले बढ़ गई है. रेडक्रास सोसायटी के पूर्व सचिव मोहन गुप्ता ने चेयरमैन व वार्ड पार्षद से गुहार लगाते हुए बताया कि वार्ड के अधिकांश घरों में नल जल योजना के तहत कनेक्शन जोड़ा गया है. लेकिन सप्लाई पाइप का कनेक्शन नहीं जोड़े जाने से स्थिति भयावह हो गई है. लोग पानी के लिए भटकने को मजबूर है. वहीं हिरा रावत की गली वार्ड संख्या 30 महावीर मंदिर के समीप समरसेबल का मोटर जल गया है, चापाकल खराब पड़ा है. इससे जूड़े लोगों को पानी के दर दर भटकना पड़ रहा है. इसी वार्ड में ठठेरी बाजार भगवती मंदिर के समीप लगे समरसेबल लंबे समय से बंद पड़े है. नगर परिषद द्वारा नप क्षेत्र के कई चापाकलों में समरसेबल लगाया गया है, लेकिन इसका लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल रहा है. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि नल जल योजना के तहत घर घर लगे सैकड़ों टोटी से आज तक पानी नहीं गिरा, केवल घर में या घर के बाहर शोभा वस्तु बना हुआ है. वार्ड संख्या 25 हीरा टेंट हाउस के समीप लगे समरसेबल का पाइप टूट जाने से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. उपचेयरमैन विकास ठाकुर ने बताया कि समरसेबल मरम्मत कार्य चल रहा है. लगातार प्रयास किया जा रहा है कि पेयजल समस्या का निदान हो.
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