23 अक्टूबर- फोटो- 11- तृणमूल कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष चौसा. ब्रह्मपुर प्रखंड के देवकुली निवासी अशोक ओझा को हाथी दांत बरामद मामले में जानबूझकर फंसाया गया है. जिस हाथी के दांत जब्त किया गया है वो हाथी अशोक ओझा की निजी थी. कोरोना काल में ब्रह्मपुर चौराहा से आगे हाथी गिरने के कारण मर गया था. उक्त बातें तृणमूल कांग्रेस के बक्सर जिला के पूर्व जिलाध्यक्ष अजय राय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा. आगे बताया कि अशोक ओझा कोलकाता बड़ा बाजार के वार्ड संख्या 42 के अध्यक्ष थे. फिलहाल हाथी दांत के कथित आरोप में कोलकाता तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष सुदीप बंदोपाध्याय ने पार्टी से निष्कासित किया है. इसके बाद से इस मामले की तहकीकात पार्टी कर रही है. पूर्व जिलाध्यक्ष ने बताया कि तस्करी के कथित आरोप में जेल में बंद अशोक ओझा के दादा जीतन ओझा हाथी के शौकीन व्यक्ति थे. क्षेत्र के रईस परिवार में इनलोगों की गिनती होती है. शौक से हाथी रखना इनको महंगा पड़ गया है. साथ ही इस मामले को तूल देने के लिए कोलकाता में नेतागिरी करने वाले एक नेता बक्सर निवासी द्वारा अनर्गल बयानबाजी किया जा रहा है. उन्हें तस्कर साबित करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन, उन्हें ये मालूम नहीं कि जिस परिवार में तीन पीढ़ियों से हाथी रखने का शौक व जुनून सवार हो, वो व्यक्ति तस्करी नहीं कर सकता है. अशोक ओझा की संलिप्तता इस मामले में नहीं है. न्यायालय से उन्हें न्याय मिलने की भरपूर उम्मीद है.
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