सोन नहर की जमीन पर बाइपास रोड में अवैध कब्जा

बक्सर शहर के बाइपास रोड में सोन नहर विभाग की जमीन पर कदम-कदम पर भूमाफियों ने अवैध कब्जा कर कबाड़ की दुकान, मिठाई की दुकान, वाहन मरम्मत की दुकान, वाहनों का गैरेज, पटिया की दुकान, चाय-पान समेत खाने-पीने की दुकान से करोड़ों रुपये का कारोबार किया जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 26, 2024 11:04 PM

बक्सर.

बक्सर शहर के बाइपास रोड में सोन नहर विभाग की जमीन पर कदम-कदम पर भूमाफियों ने अवैध कब्जा कर कबाड़ की दुकान, मिठाई की दुकान, वाहन मरम्मत की दुकान, वाहनों का गैरेज, पटिया की दुकान, चाय-पान समेत खाने-पीने की दुकान से करोड़ों रुपये का कारोबार किया जाता है. मगर इस पर न तो प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान है, और न ही सोन नहर विभाग के अधिकारियों का. हां यह अलग बात है कि भूमाफियों के डर से या प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से सरकार समेत विभाग को हर साल करोड़ों रुपये की राजस्व की क्षति पहुंच रहा है. शहर के बायपास रोड में ज्योति चौक से लेकर सिंडिकेट नहर तक सोन नहर विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर कहीं कटरा तो कहीं गिट्टी छड़ की दुकान सज रहा है. शहर के निवासी नमो नारायण मिश्रा ने बताया कि स्थानीय लोगों और दुकानदार के द्वारा नहर के जमीन को अतिक्रमण कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि एक तो सड़क सिंगल है. बक्सर बाइपास मार्ग होने के कारण बड़ी वाहनों का आवाजाही रहता है. ऐसे में दो वाहनों के आमने सामने आने पर भी जाम लग जाता है. वहीं शहर के निवासी विवेक सिंह का कहना है बाइपास रोड में सोन नहर विभाग पर जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर कारोबार कर रहे हैं. बाइपास रोड में कई जगहों पर मछली की बिजनेस का कारोबार किया जा रहा है. जिसके चलते सड़क पर आने जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. जिस कारण सांस के रोगी की और समस्या बढ़ जाती है. कहीं शहर के कुछ लोगों के द्वारा नहर निजी वाहन के लिए गैरेज बना लिया है तो किसी बस और टेंपो और स्कॉर्पियो के लिए रिपेयरिंग सेंटर बना कर लाखों रुपये का आय कर रहे हैं.

क्या कहते हैं सोन नहर की कार्यपालक अभियंता

विभाग के जमीन पर जो लोग अतिक्रमण किए हुए हैं. उनके खिलाफ अतिक्रमणवाद कर अंचलाधिकारी को कागजात सौंपा दिया गया है. अतिक्रमणकारियों पर विभागीय कार्रवाई भी किया जा रहा है.धर्मेंद्र कुमार भारती, कार्यपालक अभियंता

क्या कहते हैं सीओ

सोन नहर विभाग के अधिकारियों से बातचीत की जा रही है. उसके बाद अतिक्रमण को हटाया जायेगा. प्रशांत शांडिल्य, सीओ, सदर

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