जलवायु के अनुकूल करें खेती, मोटे अनाजों का उत्पादान बढ़ाएं
नगर भवन के सभागार में मंगलवार को कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण आत्मा के बैनर तले एक दिवसीय जिलास्तरीय खरीफ महाभियान का शुभारंभ हुआ.
बक्सर. नगर भवन के सभागार में मंगलवार को कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण आत्मा के बैनर तले एक दिवसीय जिलास्तरीय खरीफ महाभियान का शुभारंभ जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल, प्रशिक्षु आइएएस प्रतिक्षा सिंह, डीडीसी डॉ महेंद्र पाल व जिला कृषि पदाधिकारी शत्रुघ्न साहू ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर की. वहीं मंच संचालन मृत्युंजय मिश्रा ने की.डीएम अंशुल अग्रवाल ने प्रसार कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेती-बाड़ी जीविकोपार्जन का मुख्य स्त्रोत है.वर्तमान परिवेश में जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में उतरोत्तर वृद्धि हो रही है.इस परिस्थिति से निजात हेतु जलवायु अनुकूल खेती, जैविक खेती, मोटे अनाज का उत्पादन इत्यादि बेहतर विकल्प साबित हो सकता है.आगे उन्होंने कहा कि पराली जलाने से होने वाले नुकसान का प्रचार-प्रसार करने के बावजूद किसानों द्वारा अभी भी पराली जलाया जा रहा है, जिसका प्रतिफल है कि हमलोग अत्यधिक तापमान के शिकार हो रहे हैं.उन्होंने डीएओ को निर्देश दिया कि जिस क्षेत्र में पराली जलाने की घटना उजागर हो रही है, उस क्षेत्र के किसानों पर कार्रवाई करते हुए प्रसार कर्मियों पर भी विभागीय कार्रवाई करें.डीडीसी महेन्द्र पाल ने प्रसार कर्मियों से किसानों के बीच कृषकोपयोगी योजनाओं को वृहत स्तर पर प्रसार करने की बात कही.उन्होंने कहा कि सभी प्रसारकर्मी खरीफ महाभियान कार्यक्रम में गहनतापूर्वक प्रशिक्षण हासिल कर अपने-अपने क्षेत्र के किसानों को लाभान्वित करें. जिला कृषि पदाधिकारी शत्रुध्न साहू ने कहा कि इस वर्ष खरीफ मौसम में धान फसल के लिए कुल 94279.2 हेक्टेयर में खेती करने का लक्ष्य निर्धारित है. बीज वितरण कार्यक्रम अंतर्गत कुल 1689.28 क्विटल बीज वितरण हेतु लक्ष्य है, जिसमें किसानों को प्रखंडों में 50 से 100 प्रतिशत अनुदान पर धान, मोटे अनाज, दलहन(अरहर) की बीज मुहैया कराया जा रहा है.उन्होंने कृषि समन्वय, बीटीएम,एटीएम को निर्देश दिया कि सम्बंधित कर्मी किसानों के बीच वृहत स्तर पर प्रचार-प्रसार कर शत् प्रतिशत बीज मुहैया कराना सुनिश्चित करें. उन्होंने जीरो टाॅलरेंस नीति के तहत किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु सभी उर्वरक बिक्रेताओं के प्रतिष्ठान पर सतत निगरानी करने का निर्देश दिया. तकनीकी सत्र के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डाॅ देवकरण व विषय वस्तु विशेषज्ञ हरिगोविंद जायसवाल ने खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली फसलों के प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी दी.अनुमंडल कृषि पदाधिकारी,बक्सर शेखर किशोर ने कृषि यांत्रिकरण योजना पर विस्तृत जानकारी देते हुऐ कहाँ कि ग्रामीण स्तर पर कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना की जा रही है, जिसमें अस्सी प्रतिशत अनुदान पर विभिन्न प्रकार के यंत्र उपलब्ध कराये जायेंगे.कृषि यांत्रिकरण संबंधी सभी योजनाओं का लाभ लेने हेतु अपने क्षेत्र के कृषि समन्वयक, बीटीएम,एटीएम से संपर्क करें.सहायक निदेशक,उद्यान किरण भारती, सहायक निदेशक,भूमि संरक्षण संजू लता, सहायक निदेशक,भूमि संरक्षण(कृ.अ.) दिलीप कुमार, उप परियोजना निदेशक-सह-प्रभारी सहायक निदेशक,पौधा संरक्षण,आत्मा बेबी कुमारी ने अपने-अपने विभाग की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी. सभी प्रखंड में प्रखण्ड स्तर पर खरीफ अभियान आयोजित किया जायेगा बक्सर -13.06.2024, चौसा-14.06.2024, राजपुर-15.06.2024, इटाढ़ी-19.06.2024, नावानगर-20.06.2024, केसठ-20.06.2024, चैंगाई-21.06.2024, डुमराॅंव-19.06.2024, सिमरी-21.06.2024, चक्की-24.06.2024 व ब्रह्मपुर में 24.06.2024 किया जायेगा. जिला सहकारिता पदाधिकारी, मत्स्य पदाधिकारी, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी,डुमराॅंव, अग्रणी बैंक प्रबंधक सहित सभी प्रखंडों के बीएओ, कृषि समन्वयक, बीटीएम, एटीएम, इनपुट डीलर्स, एफपीओ शामिल रहे.
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