राजपुर . प्रखंड के सभी 19 पंचायतों में संचालित स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था भले ही अब नियमित हो गयी है. शिक्षा विभाग के तरफ से बगैर भौगोलिक स्थिति का आकलन किए बिना ही आठवीं पास छात्रों के लिए नौवीं कक्षा में नामांकन के लिए विद्यालय को चिह्नित किए जाने से छात्र काफी परेशान हैं. विभाग का फरमान है कि कोई भी आठवीं या दसवीं उत्तीर्ण छात्र अब अपने ही पंचायत के अंतर्गत उच्च विद्यालय या अपने पोषक क्षेत्र के इंटर विद्यालय में इंटर का नामांकन करायेंगे. ऐसे में सुदुर गांव के ग्रामीण छात्र प्रत्येक दिन प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. अपने मनपसंद विद्यालय में नामांकन के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. इसमें छात्रों के साथ अभिभावक को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. तपिश भरी धूप एवं बेहाल गर्मी के दिनों में ग्रामीण अभिभावक अपने बच्चों के साथ विभाग का चक्कर लगा रहे हैं. छात्रों का कहना है कि मध्य विद्यालय द्वारा आठवीं उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र दे दिया गया है. प्रखंड मुख्यालय बीआरसी भवन पर पहुंचे इस क्षेत्र के अहियापुर, सैकुआ, जलहरा, मांगो डिहरी, पिपराढ़ के अलावा अन्य कई गांव के छात्र अभिनंदन कुमार, बंटी, रिशु राज, सोमदत्त राय, छोटू कुमार, अनुज, नीरज, अमित, मनजी, रोहित, विनय, प्रांजल, प्रिंस के अलावा एक दर्जन से अधिक छात्र पहुंचे हुए थे. इन छात्रों का कहना है कि मेरे गांव से तियरा उच्च विद्यालय की दूरी महज दो से ढाई किलोमीटर है. जहां अच्छी पढ़ाई होती है. शिक्षक भी समय पर आते हैं. इस गांव से अकबरपुर उच्च विद्यालय की दूरी छह से सात किलोमीटर है. ऐसे में स्कूल की दूरी बढ़ जाने से पढ़ाई करना भी मुश्किल है. मनपसंद स्कूल में नामांकन के लिए हस्ताक्षर के लिए आए हैं. इनके साथ मौजूद अभिभावकों ने कहा कि विभाग की गलतफहमी से बिना भौगोलिक स्थिति का जायजा लिए इस तरह का फरमान जारी किए जाने से परेशानी बढ़ी है.
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