18 सितंबर- फोटो- 25- जवान को गुफा से बाहर निकालते रेस्क्यू टीम के जवान. राजपुर. प्रखंड के हेठुआ गांव निवासी अनिल राम पिता वीरेंद्र राम भारत चीन सीमा पर गस्ती के दौरान लापता हो गये थे. सुरक्षा बल के जवानों ने 36 घंटे के बाद उन्हें एक गुफा से बरामद किया. जिन्हें उत्तराखंड के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां इनका इलाज चल रहा है. उनके लापता होते ही सीमा से परिजनों को मिली सूचना के बाद घर में कोहराम मच गया था. जिनके आर्मी कैंप में पहुंचे उनके भाई सह उप मुखिया गांधी कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इन्हें अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है. स्वस्थ होते ही वह वापस लौटेंगे. मिली जानकारी के अनुसार चीन सीमा पर पिथौरागढ़ से मिलम से गढ़वाल के मलारी तक गश्त करने के लिए आइटीबीपी के सैनिकों का दल बीते बृहस्पतिवार को मुनस्यारी से रवाना हुआ. दल में शामिल बिहार के हेठुआ गांव निवासी जवान अनिल राम और पोर्टर वल्थी, मुनस्यारी निवासी देवेंद्र सिंह अचानक लापता हो गये. भारी बर्फबारी के बीच दोनों का कहीं पता नहीं चल सका. रेस्क्यू टीम उनकी खोजबीन में जुटी रही. साथियों के साथ भटके जवान और पोर्टर ने भारी बर्फबारी के बीच एक गुफा में रात बितायी. तीसरे दिन टीम ने उन्हें मुनस्यारी से 84 किमी दूर खोजा. 36 घंटे बाद शनिवार सुबह रेस्क्यू टीम उन तक पहुंची. हिमालयी क्षेत्र में सीमा पर भारी बर्फबारी से दोनों रास्ता भटककर साथियों से अलग हो गये. दोनों ने भारी बर्फबारी के बीच बमरास के पास एक गुफा में रात बितायी. दोनों को रेस्क्यू कर मिलम लाया गया. एसडीएम श्रेष्ठ गुनसोला ने कहा कि दोनों सुरक्षित हैं. जिस स्थान पर आईटीबीपी का जवान और पोर्टर लापता हुए वहां चार फुट बर्फ जमा है. मौसम में खराबी के बाद बीते बृहस्पतिवार को यहां जमकर बर्फबारी हुई. ऐसे में दोनों साथियों के साथ बिछड़कर लापता हो गये. रेस्क्यू टीम चार फुट बर्फबारी पर अभियान चलाकर दोनों तक पहुंची.
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